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वाणी विहार में दी गयी श्रद्धांजलि
भुवनेश्वर। केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन में अपनी जान गंवाने वाले डॉ विष्णु प्रसाद चिनारा का पार्थिव शरीर शनिवार शाम को ओडिशा पहुंचा। विष्णु का शरीर विशेष एम्बुलेंस से भुवनेश्वर लाया गया। वाणी विहार स्थित उत्कल विश्वविद्यालय परिसर के पास उनके दोस्तों, रिश्तेदारों और प्रियजनों ने अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।
भुवनेश्वर में अंतिम दर्शन और पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद विष्णु के पार्थिव शरीर को कटक चौद्वार ले जाया गया। वह चौद्वार के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के निवासी थे। वहां से अंत में उनके पार्थिव शरीर को पुरी ले जाकर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने पहले बताया था कि कोच्चि से कोई सीधी उड़ान न होने के कारण विष्णु के शरीर को सड़क मार्ग से लाया जा रहा है। विष्णु का शरीर बुधवार को मिला था, जिसे उनके परिवार ने गुरुवार को पहचाना। वह भुवनेश्वर के एक निजी मेडिकल कॉलेज में पीजी कर रहे थे।
लापता डॉक्टर स्वाधीन पंडा की स्थिति
वायनाड के चूरलमाला में छुट्टियां मनाने गए और भूस्खलन में लापता हुए दूसरे डॉक्टर स्वाधीन पंडा का अभी तक पता नहीं चला है। स्वाधीन, कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वरिष्ठ निवासी डॉक्टर थे और भुवनेश्वर के रघुनाथपुर के निवासी हैं। मंत्री ने बताया कि स्वाधीन की पत्नी स्वीक्रुति महापात्र, जो झारसुगुड़ा की निवासी हैं, अभी भी इलाजरत हैं। हम केरल सरकार और वहां के एक ओडिया एसआरसी अधिकारी के संपर्क में हैं।
27 जुलाई को मनाया था जन्मदिन
बताया गया है कि दोनों दंपति 26 जुलाई को बेंगलुरु के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने 27 जुलाई को बेंगलुरु में विष्णु का जन्मदिन मनाया और फिर वायनाड चले गए, जहां वे चूरलमाला स्थित लिनोरा विला में ठहरे थे। 29 जुलाई की सुबह करीब 2 बजे, जब वे विला में सो रहे थे कि विनाशकारी भूस्खलन ने उन्हें बहा दिया।