-
मालकानगिरि जिला पुलिस ने तलाशी अभियान और सुरक्षा उपाय किया तेज
-
खुफिया विभाग को भी किया गया अलर्ट
भुवनेश्वर। आज रविवार से शुरू हुए नक्सल शहीद सप्ताह के मद्देनजर मालकानगिरि जिला पुलिस ने तलाशी अभियान और सुरक्षा उपाय तेज कर दिए हैं। जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है और सुरक्षा बलों द्वारा सघन गश्त की जा रही है।
पुलिस ने सीमा चौकियों को सील कर दिया है और अजनबी और अज्ञात वाहनों की जांच की है। खुफिया विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया है। माओवादी गतिविधियों से जुड़ी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस और बीएसएफ तैयार है।
ऐतिहासिक रूप से माओवादी इस अवधि के दौरान हिंसा का सहारा लेते रहे हैं। स्थानीय लोगों के बीच अपनी विचारधारा फैलाने के लिए ‘शहीद स्तंभों’ पर एकत्र होते रहे हैं। हालांकि, सुरक्षा बलों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में इन स्तंभों को नष्ट कर दिया है।
हालांकि ओडिशा में माओवादी गतिविधियों में कमी आई है, जबकि पड़ोसी छत्तीसगढ़ में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में कई नक्सली कैडर हिंसा का त्याग कर मुख्यधारा में शामिल हुए हैं।
बीजापुर में लैंडमाइन विस्फोट में बच्चे की मौत
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए लैंडमाइन विस्फोट में 10 वर्षीय बालक की मौत हो गई। मालकानगिरि की सीमा से सटे जिले में नक्सलियों ने लैंडमाइन विस्फोट किया है। बालक की पहचान हिडमा कबासी के रूप में हुई। घटना के तुरंत बाद उसे उपचार के लिए बीजापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान बालक की मौत हो गई। हिडमा की मौत अत्यधिक रक्तस्राव के कारण हुई। उसके हाथ और पैर में गंभीर चोटें आईं। प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल बीजापुर लाया गया। बीजापुर एसपी जितेंद्र जैकब ने बताया कि नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाकर लैंडमाइन बिछाई थी। एसपी ने बताया कि शहीद सप्ताह के पहले दिन यह घटना हुई, इसलिए माओवादियों के इस शर्मनाक कृत्य की हर तरफ निंदा हो रही है।