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पुरी में श्री मंदिर के सेवायतों के स्वाब की हुई जांच

  • एक दिन में 50 से 60 सैंपल संग्रह करने की प्रकरण जारी

  • रथों का निर्माण जोरों पर जारी


विष्णुदत्त दास, पुरी
ओडिशा में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पुरी में भगवान श्री जगन्नाथ जी के रथों के निर्माण कार्य जुटे व रथयात्रा से जुड़े सभी सेवायतों के स्वाब की जांच करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. एक दिन में 50 से 60 सेवायतों के नमूने संग्रह किये गये जा रहे हैं. आज पहले दिन 50 लोगों के स्वाब के नमूने संग्रहित किये गये.

निर्माण कार्य में जुटे विश्वकर्मा भोई सेवायत एक-एक पारी में 10-10 श्री मंदिर कार्यालय के परिसर पहुंच रहे हैं, जहां एक विशेष कमरे में उनके स्वाब के नमूने संग्रहित किये जा रहे हैं. अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी की निगरानी में यह प्रक्रिया चल रही है. आज रथ निर्माण से पहले सभी सेवकों की थर्मल स्क्रिनिंग की गयी. हाथों को सेनिटाइज करने के बाद उनको अंदर छोड़ा गए.

उसके बाद निर्माण कार्य तेजी से करते हुए भंवरी यात्रा में जोड़ने के लिए विधान के अनुसार तीन रथों के छह चक्को का निर्माण अंतिम चरण में पहुंच चुका है. बताया जाता है कि 15 तारीख को यहां चक्के अखा के साथ में जोड़े जायेंगे. यह परंपरा तबसे चली आ रही है, जबसे रथयात्रा आयोजित हो रही है. कड़ी मेहनत के बाद विश्वकर्मा सेवायत तय समय के अनुसार दोगुनी मेहनत करके यह कार्य करते हुए आज देखे गये. काम के दौरान सभी लोग मास्क पहने हुए हैं.

श्री मंदिर प्रशासन की तरफ से 170 विश्वकर्मा सेवायतों को भक्त निवास में रखा गया है. यहां से किसी को भी घर जाने की अनुमति नहीं है. विशेष वाहन से यहां से सेवायत निर्माण स्थल पहुंच रहे हैं और किसी भी बाहर के व्यक्ति को छूने या वार्तालाप के लिए कोई मौका नहीं दिया जा रहा है. जरूरत पड़ने पर अधिकारियों की उपस्थिति में मुख्य विश्वकर्मा मीडिया को रथ निर्माण से जुड़ी जानकारियां प्रदान कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भगवान जगन्नाथ की कृपा से निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. भगवान जगन्नाथ जी के भक्त व प्रमुख विश्वकर्मा विजय महापात्र जी ने रथों के निर्माण की गति पर संतोष व्यक्त किया है.

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