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नई कमेटी की बैठक में हुई कई पहलुओं पर चर्चा
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डुप्लीकेट चाबी से ताला नहीं खुलने पर तोड़ने का हुआ फैसला
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राज्य सरकार को दी गयी जानकारी, एसओपी का इंतजार
भुवनेश्वर। पुरी श्रीमंदिर के रत्न भंडार को खोलने का फैसला अगली नौ तारीख को लिया जाएगा। रत्नभंडार को लेकर बनी समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति विश्वनाथ रथ ने आज की बैठक के बाद यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि समिति की दूसरी बैठक 9 तारीख को सुबह 10 बजे होगी। उन्होंने कहा कि डुप्लीकेट चाबी ट्रेजरी में है। दो दशक हो गए हैं, ताला नहीं खोला गया है। इसलिए यदि उक्त चाबी से रत्नभंडार नहीं खुला तो ताले को तोड़ा जाएगा। इसे लेकर एक एसओपी जारी की जाएगी। 9 जुलाई को मंदिर के मुख्य प्रशासक इस चाबी को कमेटी के सामने रखेंगे। इसके बाद रत्न भंडार को खोलने को लेकर निर्णय किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पुरी के श्रीजगन्नाथ मंदिर सम्मेलन कक्ष की बैठक में अनेक सदस्यों की प्रत्यक्ष उपस्थिति में रत्नभंडार से संबंधित सभी आयामों के बारे में चर्चा किये जाने के साथ कागजात जांचे गये हैं। इसके बाद कमेटी कुछ निर्णयों पर पहुंची है। यह बात स्पष्ट हुआ है कि रत्नभंडार की डुप्लीकेट चाबी है। चाबी काफी पुराना होने के कारण इसमें जंक लगने की आशंका है। ऐसे में इस चाबी से यदि रत्नभंडार नहीं खुलता है तो इसे तोड़ा जाएगा। इसके बारे में सरकार को अवगत कराने के बाद और उनकी ओर से जो एसओपी जारी होगी, उस पर क्रियान्वयन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पहला काम रत्नभंडार की मरम्मत को लेकर होगा। इसके बाद वहां आभूषणों की गिनती की जाएगी। मरम्मत की आवश्यकता होने पर आभूषणों को कहां सुरक्षित रखा जाएगा, वह भी महत्वपूर्ण है।