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कहा-जगन्नाथ का मूल सेवक आदिवासी होने के नाते किया समर्पित
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पुरी में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में रथयात्रा विशेष समीक्षा बैठक
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मुख्यमंत्री ने प्रशासन को सभी श्रद्धालुओं और यात्रियों के लिए सुरक्षा और संबंधित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने आज पुरी टाउन हॉल में रथयात्रा को लेकर राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और रथयात्रा के सुचारू संचालन के लिए सभी सेवायतों प्रशासन, विभिन्न सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों से सहयोग की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान जगन्नाथ का मूल सेवक आदिवासी है। एक आदिवासी होने के नाते मैंने खुद को पूरी तरह से जगन्नाथ के समक्ष समर्पित कर दिया है।
इस अवसर पर माझी ने यह भी कहा कि जगन्नाथ ओड़िया जाति की पहचान हैं। उनकी रथयात्रा पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और आध्यात्मिक उत्सव है। इसका समुचित प्रबंधन हम सभी की जिम्मेदारी है। इसलिए सभी लोग जिम्मेदारी व निष्ठा के साथ अपना दायित्व को निर्वहन करना चाहिए।
रथयात्रा के दौरान विदेश से लाखों श्रद्धालु पुरी आएंगे। इसलिए मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि सभी के सहयोग से यात्रा बिना बाधा के संपन्न होगी। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि पुरी के लोग, भगवान के सेवक, प्रशासन, पुलिस, सेवा और समर्पण के भाव से भगवान की इस विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा को बिना किसी त्रुटि के संपन्न कराने में सफल होंगे।
इस बैठक में दोनों उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंहदेव एवं प्रभाती परिडा, कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन, अन्य मंत्री, विधायक, मुख्य प्रशासनिक सचिव, वरिष्ठ अधिकारी, प्रभु के सेवायत प्रमुख रूप से उपस्थित थे।