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कहा-एक समय राव के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार से की थी अनुशंसा
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अब निकाल रहे हैं उस गुस्से को
भुवनेश्वर। भुवनेश्वर के पात्रपड़ा में कथित बड़े भूमि घोटाला मामले को लेकर ओडिशा कैडर के आईपीएस तथा सीबीआई के पूर्व निदेशक एम नागेश्वर राव पर पूर्व डीजीपी संजीव मारिक मानहानी का मामला दायर करेंगे। राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक संजीव मारिक ने एक पत्रकार सम्मेलन में यह बात कही। मारिक ने कहा कि नागेश्वर राव जब सीआरपीएफ के आईजी थे, तब वह एडीजी आपरेशन के दायित्व में थे। उस समय सीआरपीएफ जवानों की गलत तैनाती के कारण एक कमांडेंट की मौत हो गई थी। इस कारण उन्होंने राव के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सरकार से अनुशंसा की थी। राव अब उस गुस्से को निकाल रहे हैं।
मारिक ने कहा कि उनके बेटे ने सभी कागजाद देख कर वहां जमीन खरीदी है। कोई सरकारी जमीन नहीं खरीदी है। किसी को जमीन खरीदने के लिए उन्होंने कभी प्रेरित नहीं किया है।
एफआईआर दर्ज कराने में विफलता की जानकारी नहीं
उन्होंने कहा कि नागेश्वर राव जमीन की एफआईआर दर्ज कराने में विफलता की बात उन्हें न पता थी और न ही उन्होंने इस मामले हस्तक्षेप किया है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के पूर्व निदेशक एम नागेश्वर राव ने चौंकाने वाला खुलासा किया था कि किस तरह भू-माफिया ने आईएएस और आईपीएस अधिकारियों सहित शक्तिशाली लोगों के साथ मिलकर सरकारी जमीन बेची।
उनका नाम इस मामले में शामिल होने के बाद राव ने यह खुलासा किया कि वह स्वयं भी इस धोखाधड़ी के शिकार हैं और उन्होंने 2015 में एफआईआर भी दर्ज कराने का प्रयास किया था, लेकिन काफी प्रयासों के बावजूद वह एफआईआर दर्ज कराने में असफल रहे, क्योंकि इस मामले में कई शक्तिशाली लोग शामिल थे। उन्होंने कहा था कि 2015 में एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन संजीव मारिक के डीजीपी रहते हुए उनका केस दर्ज नहीं किया गया था। इसमें बहुत सारे ताकतवर लोग शामिल हैं।