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हालात नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने की हवाई फायरिंग
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इलाके में तनाव के मद्देनजर धारा-144 लागू
बालेश्वर। बालेश्वर शहर के भुजखिया पीर के पास बकरीद के मौके पर हिंसा भड़क गयी। सोमवार को दो समूहों के बीच संघर्ष में तीन पुलिसकर्मी समेत पांच लोगों के घायल होने से इलाके में तनाव फैल गया है। इस दौरान दर्जनों गाड़ियों में तोड़फोड़ की गयी, जबकि कुछ घरों पर पथराव किया गया। हिंसाग्रस्त हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। तनाव बढ़ने से रोकने के लिए बंकाखजूरी चौक से गबगांव तक धारा 144 लागू कर दी गई है।
बताया जाता है कि कुछ स्थानीय लोगों ने पीर के पास नाले में बह रहे पानी को लाल होते देखा। इसके कुछ ही देर में खबर फैल गई और लोग सड़क पर उतर आए। उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया और चांदीपुर-बालेश्वर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया।
बाद में यह घटना प्रदर्शन में तब्दील हो गयी और दो समूहों के बीच झड़प शुरू हो गयी। कुछ ही देर में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव करना शुरू कर दिया। यह 10 से 15 मिनट तक जारी रहा।
इस बीच सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की। इस दौरान पुलिसकर्मियों समेत चार से पांच लोगों को चोटें आईं और 15 से 20 वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
खबर लिखे जाने तक स्थिति नियंत्रण में थी, लेकिन इलाके में तनाव साफ देखा जा सकता था।
पुलिस अधिकारी स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए दोनों पक्षों के वरिष्ठ नागरिकों से चर्चा कर रहे थे। सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और ना ही किसी को हिरासत में लिया गया है।
लोगों को गोहत्या की बात से फैला तनाव
सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार, भुजखिया पीर चौक के पास नाले में लाल पानी बहता देख गोहत्या की बात फैल गयी। स्थानीय गांव और सुनहट इलाके के लोगों ने नजदीकी एक स्कूल के पीछे गोहत्या की बात स्थानीय टाउन थाने को बतायी, लेकिन आरोप है कि थाना अधिकारी ने इसे नजरअंदाज कर दिया। इससे उत्तेजना बढ़ गई। बकरीद के दौरान गोहत्या को लेकर स्थानीय लोगों ने बालेश्वर शहर से चांदीपुर जाने वाले मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। इसी दौरान नमाज अताकर आ रहे लोगों के साथ रास्ता अवरुद्ध कर रहे लोगों में बहस हो गई। इसके बाद दोनों समुदाय एक-दूसरे पर पथराव करने लगे।
दो राउंड हवाई फायरिंग हुई
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बालेश्वर पुलिस अधिक्षक पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हवा में दो राउंड फायरिंग भी करनी पड़ी।
वाहनों और घरों में तोड़फोड़
इस दौरान उत्तेजित लोगों ने कहीं दो पहिया वाहनों को, तो कहीं कारों पर पथराव कर उनके शीशे तोड़ दिए। इसके साथ कुछ घरों की खिड़कियों के शीशे एवं दुकानों में भी काफी तोड़फोड़ की गई।
इलाके में पुलिसबल तैनात
हालात को देखते हुए इलाके में भारी मात्रा में पुलिस वालों की तनाती की गई है। साथ ही धारा-144 लागू होने के कारण लोगों को एक साथ एक जगह पर एकत्रित नहीं होने के लिए कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने डीएम से की बातचीत
हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बालेश्वर के जिलाधिकारी के साथ बातचीत की है। साथ ही उन्होंने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सख्त कदम उठाने के लिए निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि किसी भी स्थिति में शांति और कानून व्यवस्था भंग नहीं होने दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ओडिशा एक शांतिप्रिय राज्य है। इसलिए भाईचारा बनाए रखने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्होंने सभी से अपील की है।