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युवा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नौकरशाह और मीडिया प्रमुख के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन
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बीजद मुख्यालय शंख भवन में नारे लगाकर अपनी नाराजगी जतायी
भुवनेश्वर। ओडिशा में हाल ही में संपन्न 2024 के आम चुनावों में बीजू जनता दल को मिली करारी हार के बाद कारणों को लेकर मंथन शुरू हो गया है। इसके प्रमुख कारणों में शामिल 5-टी के अध्यक्ष वीके पांडियन को लेकर बीजद के भीतर दरार स्पष्ट होती दिख रही है।
पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं द्वारा पार्टी के खराब प्रदर्शन के पीछे के कारणों के बारे में मुखर होने के बाद बीजद के कुछ युवा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को भुवनेश्वर में बीजद मुख्यालय शंख भवन में नौकरशाह से राजनेता बने पांडियन के खिलाफ नारे लगाकर अपनी नाराजगी व्यक्त की।
पार्टी के कुछ पदों पर आसीन लगभग 25 युवा बीजद कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी व्यक्त की और पांडियन और पार्टी के राज्यसभा सांसद मानस मंगराज के खिलाफ नारे लगाए और उन्हें चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया।
बचाव करने पर सस्मित पात्र का भी विरोध
बताया जाता है कि इस दौरान वीके पांडियन और मानस मंगराज के बचाव में आने के लिए सस्मित पात्र को भी विरोध का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने उनके खिलाफ भी नाराजगी जतानी शुरू कर दी।
कार्रवाई नहीं हुई, तेज होगा आंदोलन
आंदोलनकारियों ने विरोध प्रदर्शन तेज करने का भी ऐलान किया है। उन्होंने 48 घंटे के भीतर वीके पांडियन और मानस मंगराज के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर अपने विरोध प्रदर्शन को तेज करने और दोनों के आधिकारिक आवासों पर प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है।
प्रणव ने सांत्वान देने के लिए बुलाया था
बताया जाता है कि यह घटना तब हुई, जब बीजद के संगठन सचिव प्रणव प्रकाश दास ने युवा पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद सांत्वना देने के लिए शंख भवन बुलाया था। हालांकि, कड़े विरोध के बाद प्रणव ने कथित तौर पर विरोध कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को यह आश्वासन देकर शांत करने की कोशिश की कि बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक इस संबंध में जल्द ही निर्णय लेंगे। यह भी पता चला है कि प्रणव ने विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को इस मामले की जांच के लिए वरिष्ठ बीजद नेता प्रसन्न आचार्य की अध्यक्षता में एक समिति के गठन की जानकारी दी है। हालांकि, इस संबंध में वरिष्ठ बीजद नेताओं से कोई टिप्पणी नहीं मिल सकी।