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कहा-पंजाब के किसान कर रहे हैं 1.5 लाख की आय, ओडिशा में के किसान केवल 5 हजार
भुवनेश्वर। बीजू जनता दल की सरकार की किसान विरोधी नीति के कारण ओडिशा में किसानों की स्थिति बदहाल है। अपने इतने लंबे कार्यकाल में नवीन सरकार ने न राज्य के किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराया और न ही अन्य सुविधाएं दीं। यही कारण है कि पंजाब के किसान डेढ़ लाख रुपये आय कर रहा है, जबकि ओडिशा का किसान केवल पांच हजार रुपये आय कर पा रहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कहीं।
सामल ने कहा कि राज्य में केवल 17 प्रतिशत खेतों पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है। गत तीन बार के चुनावी घोषणा पत्रों में बीजू जनता दल ने बड़े-बड़े वादे किये थे। 2009 में बीजद ने कहा था कि यदि उनकी सरकार आती है तो पांच सालों में राज्य के सभी प्रखंडों में एक तिहाई खेतों पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसी तरह 2014 के घोषणा पत्र ने पार्टी ने कहा कि आगामी पांच वर्षों में दस लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। 2019 में बीजद ने फिर से कहा कि प्रति प्रखंड में 35 प्रतिशत जमीन में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध की जाएगी, लेकिन एक इंच की जमीन पर भी सिंचाई की सुविधा नहीं दी गई।
उन्होंने कहा कि महानदी में बैरेज बनाने के संबध में नवीन पटनायक सरकार ने बड़ी-बड़ी बातें की, लेकिन इतने सालों में एक भी बैरेज नहीं बनाया जा सका। राज्य सरकार ने आलू मिशन, प्याज मिशन जैसे मिशनों का गठन कर राज्य की जनता के करोड़ों रुपये को स्वाहा कर दिया, लेकिन ये सारे मिशन फेल हुए। राज्य के किसानों को कोई लाभ नहीं हुआ।
सामल ने कहा कि नवीन सरकार में किसानों को धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं दिया जा रहा है। धान खरीद के समय के किसानों के धान को काटा जा रहा है। दलाल व मिलरों के द्वारा किसान शोषण का शिकार हो रहे हैं। धान की खरीद में लगभग एक करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है। ओडिशा सरकार ने अपने शासन काल में चीनी मिल व कपड़ा मिलों को बंद कर दिया है।