-
कहा-25 सालों के नवीन के शासन के बाद भी लोगों को पानी उपलब्ध न करा पाना कैसा विकास
-
गोलक महापात्र ने नवीन के रुपांतरण पर उठाये सवाल
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के लगभग 10 हजार दिन सत्ता में रहने के बाद भी आज राज्य के 40 प्रतिशत परिवार विशुद्ध पेयजल से बंचित है। नवीन पटनायक बतायें कि यह किस तरह का ट्रान्सफर्मेशन है। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोलक महापात्र ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि महानदी बेसिन में पानी नहीं है। बीजद ने महानदी के लिए महा आंदोलन किया था। महानदी पर छोटे-छोटे एनिकट बनाये जाने की बात नवीन सरकार ने जोरशोर से कही थी। सरकार के वादे का क्या हुआ। आज 25 साल बाद ओडिशा कहां खड़ा है।
उन्होंने कहा कि 24 लाख घरों में पाइप के जरिये पानी नहीं पहुंच पाया है। आज भी ओडिशा के मालकानगिरि, कोरापुट, नवरंगपुर व कंधमाल जैसे पिछड़े जिलों में 50 प्रतिशत से अधिक परिवार विशुद्ध पेयजल से बंचित हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जल जीवन मिशन से हर घर नल पर जल योजना शुरू की। नवीन पटनायक ने इस योजना का नाम बदल कर वसुधा कर दिया। इस योजना में मोदी सरकार ने दस हजार करोड़ रुपये दिये, लेकिन यह योजना इसलिए सफल नहीं हो सकी, क्योंकि मुख्यमंत्री ने ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को काम दिया है।