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दो मजदूर मलबे दबे, बचाव राहत कार्य तेजी पर जारी
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रेलवे ने दिये जांच के आदेश
पुरी। पुरी रेलवे स्टेशन पर रविवार को एक निर्माणाधीन इमारत की छत गिरने से कम से कम चार मजदूर घायल हो गए और दो मलबे में दब गये। हादसा उस समय हुआ, जब मजदूर छत निर्माण कार्य में लगे हुए थे।
घटना के बाद, घायल मजदूरों को तुरंत पुरी जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया। मलबे में दो मजदूरों के फंसे होने की आशंका के चलते तत्काल बचाव अभियान शुरू कर दिया गया। सूत्रों ने बताया कि छत बिछाने के लिए लगाए गए लोहे के ढांचे को हटाने के लिए भारी मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
यह घटना रेलवे स्टेशन पर चल रहे प्रोजेक्ट के नए कॉरिडोर पर सुबह करीब 10:15 बजे घटी। सूत्रों ने बताया कि हादसे के वक्त करीब 6 मजदूर साइट पर काम कर रहे थे।
एक वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी ने मीडिया को दिये गये बयान में कहा है कि जैसे ही हमें सूचना मिली, हमारी टीमें मौके पर पहुंचीं और पाया कि संरचना का एक हिस्सा ढह गया है। चार मजदूरों को अस्पताल ले जाया गया है और दो से तीन मजदूर लापता हैं।
जेसीबी का उपयोग करके लोहे के ढांचे के मलबे को साफ किया जा रहा था और उसके बाद ही हम यह पता लगा पाएंगे कि कोई मजदूर नीचे फंसा है या नहीं।
गौरतलब है कि पुरी रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय स्टेशन में बदलने की चल रही योजना के तहत बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहा है।
पुरी सिटी डीएसपी ने मीडिया से कहा कि रेलवे निर्माण कार्य का ढांचा ढह गया है और बचाव अभियान जारी है। 4 मजदूरों को अस्पताल ले जाया गया है और हम केवल चल रहे कार्यों में जीआरपी की सहायता कर रहे हैं।
इधर, एक जीआरपी अधिकारी ने कहा कि हमने 4 मजदूरों को अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया है। हम एहतियात बरत रहे हैं और सुनिश्चित करेंगे कि मलबे के नीचे कोई और मजदूर फंसा है या नहीं। ऐसा संदेह है कि कुछ तकनीकी खराबी के कारण ढांचा ढह गया और इसकी जांच की जाएगी। इस संबंध में रेलवे अधिकारी यह भी जांच करेंगे कि क्या किसी विशेषज्ञ टीम ने इसे प्रमाणित किया था और यह खामी क्यों आई।
इधर, रेलवे ने एक बयान में कहा है कि पुरी रेलवे स्टेशन पर निर्माणाधीन पोर्टिको के ढहने से एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। घटना के समय छह मजदूर साइट पर काम कर रहे थे, उनमें से चार को चोटें आईं।
रेलवे के मुताबिक, सभी घायल मजदूरों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया है और फिलहाल वे खतरे से बाहर हैं। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि घायल व्यक्तियों का उचित इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है।