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पुलिस अधिकारियों के साथ सांसद एवं पूर्व विधायक ने की चर्चा
बालेश्वर। बालेश्वर जिले के रेमुना के गणीपुर गांव में बीते रविवार को हुई हिंसा के मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना में पुलिस ने एक मामला दर्ज किया है। गिरफ्तार सभी व्यक्ति गणीपुर अंचल के बताए जा रहे हैं। इस घटना को लेकर गणीपुर अंचल की अनेक महिलाओं ने रेमुना थाना के आगे धरना भी दिया था। स्थिति पर नजर रखने के लिए विभिन्न स्थानों पर पांच प्लाटून पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।
उल्लेखनीय है कि हनुमान जयंती पर रेमुना के खीरचौड़ा गोपीनाथ मंदिर से निकाली गयी शोभायात्रा जैसे ही गणीपुर गांव पहुंची, वैसे ही एक समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद वहां तनाव फैल गया है। मौके पर मौजूद पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण करने की कोशिश की थी, लेकिन वह पूरी तरह से विफल रही। इस हिंसा में पुलिसकर्मी सहित शोभायात्रा में शामिल करीब 40 लोग घायल हुए थे।
घटना की खबर मिलते ही पुलिस अधीक्षक सागरिका नाथ 7 प्लाटून पुलिस फोर्स घटना स्थल पर भेजकर खुद नीलगिरि एसडीपीओ सरोज उपाध्याय एवं रेमुना तहसीलदार अनुप कुमार बेहरा को लेकर वहां पहुंचीं। मगर हिंसा फैला रह लोगों ने पुलिस अधीक्षक की गाड़ी के ऊपर पत्थर फेंका, जिससे उनकी गाड़ी के शीशे टूटने के साथ-साथ ड्राइवर राम सिंह भी बुरी तरह से घायल हो गए। हिंसा की खबर मिलते ही आईजी दीपक कुमार भी तुरंत मौके पर पहुंचे।
हालात को नियंत्रित करने के लिए रेमुना थाना, रेमुना बाजार, क्षीरचेरा गोपीनाथ मंदिर, गणीपुर समेत इस अंचल के विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों, शिक्षा अनुष्ठानों एवं मार्केट कांप्लेक्स के निकट पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है। इस घटना के बाद सोमवार से ही गणीपुर गांव पुरुष शून्य हो गया है। गांव से लेकर बाजार तक सब जगह रास्ते सुनसान हैं। इस घटना के बाद बजरंग दल की तरफ से थाने में एक लिखित शिकायत भी दर्ज कराई गई है। बाद में पुलिस ने एक केस भी दर्ज कर कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस बीच सोमवार की शाम को सांसद प्रताप चंद्र षाड़ंगी एवं रेमुना के पूर्व विधायक गोविंद चंद्र दास ने थाने में जाकर नीलगिरि एसडीपीओ सरोज उपाध्याय से मुलाकात की। सांसद ने रविवार की घटना अत्यंत संवेदनशील एवं दुर्भाग्यजनक बताते हुए पुलिस की निष्क्रियता के कारण हिंसा होने का आरोप लगाया था। उन्होंने जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध तुरंत कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। इसके साथ ही आने वाले दिनों में इस अंचल में किस तरह कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू किया जाएगा इस पर चर्चा की थी।