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85 फीसदी मरीजों में नहीं दिखे लक्षण
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15 फीसदी संक्रमित लोगों में था शुरुआती लक्षण
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पाजिटिव पाये गये मरीजों के आंकड़ों के अध्यन से हुआ खुलासा
भुवनेश्वर. अगर आप कोरोना को लेकर निश्चित हैं और यह समझ रहे हैं कि आपके मुहल्ले में कोई भी मरीज नहीं है और बेधड़क घूम रहे हैं, तो सावधान हो जाइए. जी हां, ओडिशा में कोरोना वायरस आंखमिचौली खेल रहा है.
राज्य सरकार के परिवार व स्वास्थ्य कल्याण विभाग ने एक आंकड़ा जारी करते हुए कहा है कि राज्य में पाये गये कुल मरीजों में से 85 फीसदी संक्रमितों देखा गया है कि उनमें कोरोना के शुरुआती लक्षण हैं ही नहीं. सिर्फ 15 फीसदी लोगों में ही कोरोना के लक्षण पाये गये हैं. बाकि 85 फीसदी की जांच के बार उनमें कोरोना पाजिटिव होने की बात का पता चला. ये ज्यादातर लोग बाहर से आये हुए हैं.
राज्य सरकार के परिवार व स्वास्थ्य कल्याण विभाग की यह रिपोर्ट आपको सजग करने के लिए काफी है. इसलिए राज्य सरकार की तरफ से लोगों से लाकडाउन के नियमों का पालन करने के लिए बार-बार अपील की जा रही है. लोगों को सामाजिक दुराव का पालन तथा मास्क का प्रयोग करने के लिए कहा जा रहा है. कहा जा रहा है कि यदि जरूरत न हो तो लोग घरों से न निकलें. लोगों को पड़ोस की दुकानों से ही सामानों की खरीदारी करने की सलाह दी जा रही है.
गत 24 घंटों में 2460 नमूनों का परीक्षण
गत 24 घंटों में राज्य में 2460 नमूनों का परीक्षण किया गया है. अब तक राज्य में कुल 36593 नमूनों का परीक्षण किया गया है. इसमें से 156 पाजिटिव मामले हैं. राज्य सरकार के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इसमें से 55 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हो गई है. राज्य में 100 सक्रिय मामले हैं.
बालेश्वर व भद्रक जिले गयीं एम्स भुवनेश्वर से दो टीमें
बालेश्वर व भद्रक जिले में कोरोना निरीक्षण व विभिन्न स्थानों पर संक्रमण के प्रतिरोध के संबंध में गतिविधियों को बल देने के लिए भुवनेश्वर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की ओर से दो त्वरित टीमों को गठन कर इन जिलों में भेजा गया है. स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा यह जानकारी दी गई है.