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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई
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सप्ताह में छह दिन दौड़ेगी भुवनेश्वर-विशाखापट्टनम वंदे भारत एक्सप्रेस
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ओडिशा में 85,000 करोड़ से अधिक की विभिन्न रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखी
भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को ओडिशा को तीसरी वंदे भारत ट्रेन की सौगात भेंट की। देश में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सेवाओं का विस्तार जारी रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भुवनेश्वर-विशाखापट्टनम वंदे भारत एक्सप्रेस सहित 10 नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई।
यह ओडिशा में शुरू की गई अब तक की तीसरी वंदे भारत ट्रेन है। यह ट्रेन शनिवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। ट्रेन सेवा शुरू में विशाखापट्टनम और पुरी के बीच संचालित करने की कल्पना की गई थी, लेकिन प्रारंभिक स्टेशन को बाद में बदलकर भुवनेश्वर कर दिया गया। बताया गया है कि इस ट्रेन का भुवनेश्वर से चलने का समय सुबह 5.15 बजे है और सुबह 11 बजे विशाखापट्टनम पहुंचेगी। वापसी में यह विशाखापट्टनम से दोपहर 3.30 बजे खुलेगी और रात 9:30 बजे भुवनेश्वर पहुंचेगी।
अहमदाबाद से ट्रेन सेवा का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक युवा देश है, यहां एक बड़ी युवा आबादी रहती है। मैं युवाओं से कहना चाहता हूं कि आज जो उद्घाटन हुए हैं, वे आपके वर्तमान के लिए हैं। आज जो शिलान्यास हुआ है, वह आपके उज्ज्वल भविष्य की गारंटी लेकर आया है। आजादी के बाद जो सरकारें आईं उन्होंने राजनीतिक स्वार्थ को प्राथमिकता दी। भारतीय रेलवे इसका एक बड़ा शिकार है। मैंने सबसे पहले रेलवे को सरकार के बजट में शामिल किया, जिसके कारण अब सरकार का धन रेलवे के विकास के लिए उपयोग किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि आज तक 41 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं पूरे भारत में चल रही हैं, जो ब्रॉड गेज (बीजी) विद्युतीकृत नेटवर्क वाले राज्यों को जोड़ती हैं। ये वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें 24 राज्यों और 256 जिलों को जोड़ती हैं।
ओडिशा में कुल तीन वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं, जिनमें आज रवाना की गई ट्रेन भी शामिल है। अन्य दो ट्रेनें पुरी-राउरकेला और पुरी-हावड़ा के बीच चलती हैं।
विभिन्न रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखी
इस दौरान मोदी ने रेलवे के बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए ओडिशा में परियोजनाओं सहित 85,000 करोड़ से अधिक की विभिन्न रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने ओडिशा में 274 रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें 162 इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम, 41 एक स्टेशन एक उत्पाद (ओएसओपी) स्टॉल, 50 सौर ऊर्जा स्टेशन, 5 गुड्स शेड, 9 नई लाइन, दोहरीकरण और तीसरी लाइन परियोजनाएं, 4 ऑटो सिग्नलिंग सिस्टम, 1 गतिशक्ति टर्मिनल, 1 जन औषधि केंद्र और 1 रेल कोच रेस्तरां शामिल हैं।
रेल कोच रेस्तरां
बताया गया है कि रेल कोच रेस्तरां यात्रियों को अद्वितीय भोजन माहौल प्रदान करते हैं। रेल कोच रेस्तरां का उद्देश्य यात्रियों और जनता की जरूरतों को पूरा करना है। भारतीय रेलवे की इस पहल से कुशल और अकुशल दोनों तरह के श्रमिकों के लिए रोजगार पैदा होने की भी उम्मीद है।
रेलवे स्टेशन पर जन औषधि केंद्र
रेलवे स्टेशनों पर आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र (पीएमबीजेके) सभी को सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं और उपभोग्य वस्तुएं (जनऔषधि उत्पाद) उपलब्ध कराएगी।