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चार साल में पूरा करने का दिया लक्ष्य
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कहा-आज का दिन ओडिशा के विकास के इतिहास में हमेशा याद रहेगा
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मुख्यमंत्री ने खुर्दा, पुरी और कटक तक मेट्रो रेल के विस्तार के लिए मास्टर प्लान तैयार करने को कहा
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एयरपोर्ट चौक से बारंग रतागढ़ तक किया रोड शो
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नंदनकानन चौक पर बीजू पटनायक की प्रतिमूर्ति का किया विमोचन
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज त्रिशुलिया के पास बारंग रतागढ़ लेंका साही में भुवनेश्वर मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण की आधारशिला रखी। इससे पहले मुख्यमंत्री आज भुवनेश्वर हवाई अड्डे चौक से बारंग रतागढ़ तक 26 किलोमीटर लंबा एक रोड शो में गए तथा मेट्रो रेल परियोजना के लिए कार्यक्रम में शामिल हुए। जगह-जगह उनका स्वागत किया गया। नंदनकानन चौक पर बीजू पटनायक की प्रतिमूर्ति का लोकार्पण किया।
यह परियोजना यहां बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (बीपीआईए) को त्रिसुलिया स्क्वायर होते हुए कटक नेताजी बस टर्मिनल को जोड़ेगी। बहुप्रतीक्षित मेट्रो रेल परियोजना के पूरा होने के बाद दोनों शहरों भुवनेश्वर और कटक के लिए एक नई जीवन रेखा के रूप में उभरने की संभावना है। राज्य सरकार के अनुसार, वह मेट्रो रेलवे परियोजना के तहत भुवनेश्वर हवाई अड्डे से त्रिशुलिया होते हुए कटक तक आसान परिवहन सुविधा प्रदान करेगी। इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि नए साल के अवसर पर नए ओडिशा की नींव रखी गई है। मेट्रो रेल परियोजना चार साल में पूरी हो जायेगी और राज्य के लोगों को मेट्रो रेल की सुविधा मिलेगी। आज का दिन ओडिशा के विकास के इतिहास में हमेशा याद रहेगा।
इस मौके पर एकत्रित लोगों से पटनायक ने पूछा कि क्या आप खुश हैं? उन्होंने कहा कि जैसा हमने वादा किया था, हम मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला रख रहे हैं। पटनायक ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में भुवनेश्वर एयरपोर्ट से त्रिशूलिया तक 20 स्टेशन होंगे और इसकी लागत 6000 करोड़ रुपये से ज्यादा होगी। पूरी राशि ओडिशा सरकार द्वारा वहन की जाएगी और यह ओडिशा के इतिहास में किसी भी बुनियादी ढांचा परियोजना में किया गया सबसे बड़ा निवेश है। उन्होंने कहा कि यह 5-टी पहल के तहत प्रमुख कार्यक्रम है। पटनायक ने कहा कि मैंने खुर्दा, पुरी और कटक तक मेट्रो रेल के विस्तार के लिए एक मास्टर प्लान तैयार करने को कहा है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 1 अप्रैल, 2023 को ओडिशा दिवस पर मेट्रो रेल परियोजना की घोषणा की थी। मेट्रो रेल परियोजना का पहला चरण भुवनेश्वर हवाई अड्डे को चंद्रशेखरपुर, जयदेव विहार, वाणी विहार, मास्टर कैंटीन और राजमहल स्क्वायर के माध्यम से त्रिसुलिया स्क्वायर से जोड़ेगा। पिछले साल 14 नवंबर को ओडिशा कैबिनेट ने 5929.38 करोड़ रुपये की लागत से चरण 1 मेट्रो रेलवे परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दे दी थी।
पहले चरण में 20 स्टेशनों के साथ 26 किमी
पहले की योजना के अनुसार, मेट्रो रेल परियोजना का पहला चरण 20 स्टेशनों के साथ 26 किमी की दूरी तय करनी थी, जिसमें बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (बीपीआईए), कैपिटल हॉस्पिटल, शिशु भवन, बापूजी नगर, भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन, राम मंदिर स्क्वायर, वाणी विहार, आचार्य विहार स्क्वायर, जयदेव विहार स्क्वायर, जेवियर स्क्वायर, रेल सदन, डिस्ट्रिक्ट सेंटर, डमणा स्क्वायर, पाटिया स्क्वायर, कीट स्क्वायर, नंदन विहार, रघुनाथपुर, नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क, फुलपोखरी और त्रिसुलिया स्क्वायर थे। इस परियोजना के लिए भुवनेश्वर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस परियोजना को चार साल में पूरा करने का लक्ष्य है। मेट्रो रेल ट्रैक और स्टेशन ऊंचे पुल पर होंगे।
कटक नेताजी बस टर्मिनल तक बढ़ेगी परियोजना
अभी हाल ही में भुवनेश्वर मेट्रो परियोजना को कटक नेताजी बस टर्मिनल तक बढ़ाए जाने की घोषणा की गई थी। इस विस्तारित परियोजना के लिए काठजोड़ी पर नया पुल बनाया जाएगा। ओडिशा सरकार ने मेट्रो परियोजना को कटक में कटक नेताजी बस टर्मिनल तक विस्तारित करने के लिए भुवनेश्वर-कटक मेट्रो रेल परियोजना को संशोधित किया है। संशोधन के हिस्से के रूप में कटक में त्रिशूलिया और न्यायिक अकादमी को जोड़ने वाली काठजोड़ी नदी पर बनने वाले एक नए पुल की योजना को भी बदल दिया गया है। इसके लिए 220 करोड़ रुपये के पुल का पुराना टेंडर रद्द कर दिया गया था। इसके स्थान पर करीब 700 करोड़ रुपये की लागत से मल्टी-मॉडल ट्रांस्पोर्ट सिस्टम वाला पुल प्रस्तावित किया गया है। छह लेन वाले इस पुल का कॉन्सेप्ट रेल जैसा होगा और इस पर मेट्रो ट्रेनें चलेंगी। इसके नीचे से बसें और अन्य वाहन चलेंगे।