कोरापुट। ओडिशा केंद्रीय विश्वविद्यालय और जनजातीय अनुसंधान और ज्ञान केंद्र, नई दिल्ली संयुक्त रूप से 9 से 10 जनवरी तक “भारत की संस्कृति और जीवन शैली को समृद्ध करने में जनजातीय संस्कृति और जीवन शैली का योगदान” पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर चक्रधर त्रिपाठी संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगे। दूसरे दिन, दिल्ली में जनजातीय अनुसंधान और ज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ भाग लेने वाले हैं।
संगोष्ठी में ओडिशा और देश के विभिन्न हिस्सों से जनजातीय अध्ययन के क्षेत्र में विशेषज्ञता और ज्ञान रखने वाले प्रख्यात प्रोफेसरों, लेखकों, पत्रकारों और शोध छात्रों सहित लगभग 150 प्रतिनिधि भाग लेंगे। जनजातीय कहानियां, उनका अतीत, संस्कृति और पारंपरिक ज्ञान उनकी संस्कृति और जीवन शैली को समृद्ध करते हैं और उनकी संस्कृति और जीवन शैली ने भारत की संस्कृति और जीवन शैली को आकार देने में कैसे मदद की है, इस दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में चर्चा की जाएगी। यह जानकारी विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ फगुनाथ भोई ने दी।