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कहा- मतदान के दिन सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच जो भी वोट डाले जाएंगे, वे सही होंगे
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12 बजे के बाद एक को दिया गया वोट, दूसरे को चला जाएगा
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बांग्लादेश में ईवीएम प्रतिबंधित किए जाने का दिया हवाला
भुवनेश्वर। ओडिशा में बीजद के वरिष्ठ नेता तथा मंत्री रणेंद्र प्रताप स्वाईं ने 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले ईवीएम की अखंडता पर सवाल उठाया है। पुरी जिले के गोप ब्लॉक में एक स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लेने के दौरान स्वाईं ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर संदेह जताया। उन्होंने कहा कि अगर चंद्रमा पर उतरने वाले रोवर को रिमोट से नियंत्रित किया जा सकता है, तो ईवीएम को रिमोट से नियंत्रित क्यों नहीं किया जा सकता है?
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि मतदान के दिन सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच जो भी वोट डाले जाएंगे, वे सही होंगे और 12 बजे के बाद एक को दिया गया वोट, दूसरे को चला जाएगा।
स्वाईं ने आगे कहा कि बांग्लादेश ने तो ईवीएम पर भी प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन हमारे देश में इनका इस्तेमाल हो रहा है. बुजुर्गों और बुद्धिजीवियों को इस पर विचार करने की जरूरत है।
हालांकि, स्वाईं उन पत्रकारों से बचते रहे जिन्होंने कार्यक्रम के बाद इस मामले पर उनकी टिप्पणी लेने की कोशिश की।
भाजपा का पलटवार
बीजद के वरिष्ठ नेता और मंत्री के बयान पर विपक्ष की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है। स्वाईं के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए ओडिशा भाजपा के उपाध्यक्ष बिरंची त्रिपाठी ने कहा कि चाहे बीजद हो या रणेंद्र प्रताप स्वाईं, वे अभी तक ईवीएम से कराए गए चुनाव जीतकर सत्ता में रहे हैं। क्या वे यह कहना चाहते हैं कि उनकी पार्टी ने ईवीएम को रिमोट से नियंत्रित करके जीत हासिल की थी?
त्रिपाठी ने दावा किया कि बीजद और स्वाईं के खिलाफ नाराजगी बढ़ रही है। इसलिए ऐसे बयान डर दिखाते हैं और आगामी चुनावों में हार के डर से ऐसे बयान दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा में कोई विकास नहीं हुआ है। बीजद को अपनी हार का एहसास हो रहा है और वह ईवीएम को दोष देकर बचने की कोशिश कर रहा है।