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राज्य में बीते तीन दिसंबर दर्ज हुआ था अंतिम सकारात्मक मामला
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राज्य में बुजुर्गों को मास्क पहनने की सलाह
भुवनेश्वर। देश के कुछ राज्यों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि और नए सबवेरिएंट जेएन.1 का पता चलने के भय के बीच ओडिशा में शनिवार को कोरोना ने दस्तक दे दिया। राज्य में पहला पॉजिटिव मामला दर्ज किया गया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 20 दिनों के थोड़े अंतराल के बाद इस पॉजिटिव मामले का पता चला है। राज्य में कोविड-19 संक्रमण का अंतिम सकारात्मक मामला 3 दिसंबर, 2023 को सामने आया था।
पहला मामला आने के साथ ही ओडिशा सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कई श्रेणी के लोगों से आग्रह किया गया है कि वे कोविड-19 के जेएन.1 वैरिएंट के मद्देनजर बाहर जाते समय फेसमास्क का उपयोग करें।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ सूर्य प्रकाश चौधरी ने कहा कि लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि आमतौर पर दिसंबर और जनवरी के बीच मौसम के इस हिस्से के दौरान नए कोविड-19 संस्करण का पता चलता है। ऐसा प्रतीत होता है कि अगले चार से छह सप्ताह हर किसी के लिए महत्वपूर्ण हैं। चौधरी ने कहा कि जब भी किसी प्रकार की सूचना मिलती है, तो संक्रमण आमतौर पर देश के कई हिस्सों में चरम पर होता है।
घबराने की कोई जरूरत नहीं
चौधरी ने कहा कि भले ही संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं, लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि सभी लोगों को टीका लगाया गया है। सिंगापुर और संयुक्त राज्य अमेरिका के डेटा से पता चलता है कि मामले बढ़ रहे हैं।
हल्के हैं लक्षण, पेट संबंधी विकार नया लक्षण
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ सूर्य प्रकाश चौधरी ने कहा कि इस बार कोरोना के लक्षण हल्के हैं। एक नया लक्षण है पेट संबंधी विकार। 60 वर्ष से अधिक उम्र और अन्य बीमारी वाले लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। चौधरी ने कहा कि हो सकता है कि कोविड मामलों की कोई बड़ी चरम या लहर न हो, लेकिन देश के विभिन्न हिस्सों में संक्रमण के मामले बढ़ने की संभावना है।
भीड़-भाड़ में जाने से बचें
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने शनिवार को बताया कि बुजुर्ग लोगों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को बाहर निकलते समय मास्क पहनने की सलाह दी गई है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने अपने ट्वीट में बुजुर्ग लोगों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को भी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने की सलाह दी।