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घटनाक्रम पर रख रही है बारीकी से नजर
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इस संबंध में जारी किए जा सकते हैं आवश्यक दिशानिर्देश
भुवनेश्वर। देश के कुछ राज्यों में कोविद-19 के एक नए प्रकार जेएन.1 पाए जाने से देश में खतरे की घंटी बज गई है। नए वेरिएंट और दैनिक कोविद-19 मामलों में वृद्धि को लेकर केंद्र द्वारा जारी सलाह को लेकर राज्य सरकार भी सतर्क हो गई है। स्वास्थ्य निदेशक विजय महापात्र ने कहा कि ओडिशा सरकार घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रही है और इस संबंध में आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए जा सकते हैं। महापात्र के मुताबिक, नया वेरिएंट जेएन.1 अब तक ओडिशा में नहीं पाया गया है। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में नए कोविद सब-वेरिएंट का कोई भी मामला सामने आता है तो जीनोम अनुक्रमण के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
महापात्र ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार, नए उप-प्रकार के लक्षण अन्य श्वसन वायरस की तरह लगभग सामान्य हैं। केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार, पर्याप्त निवारक उपाय किए जाने चाहिए। हमने राज्य में रोगसूचक मामलों की निगरानी बंद नहीं की है।
इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) मामलों के परीक्षण के लिए मौजूदा प्रोटोकॉल केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार सभी राज्यों के लिए मान्य है।
सभी आवश्यक सुविधाएं हैं उपलब्ध
स्वास्थ्य निदेशक विजय महापात्र ने कहा कि वर्तमान में हमारे पास राज्य में परीक्षण और उपचार के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं हैं। इससे पहले राज्य में आइसोलेशन बेड और फीवर क्लीनिक के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए थे और ये जारी हैं। चूंकि पिकनिक का मौसम चल रहा है, जिन लोगों में फ्लू जैसे लक्षण या बुखार है, उन्हें किसी भी प्रसार को रोकने के लिए सभाओं में भाग लेने से बचना चाहिए। महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें अपना परीक्षण करवाना चाहिए।