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नकली नोटों की टोकरियां सड़क पर रखकर जताया विरोध
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मामले की सीबीआई जांच की मांग
भुवनेश्वर। राज्य में शराब कारोबारी के यहां से 350 करोड़ रुपये की बरामदी के खिलाफ आज शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भुवनेश्वर के कल्पना स्क्वायर पर प्रदर्शन किया। इसके साथ ही कांग्रेस के सांसद के संबंधित के यहां 350 करोड़ रुपये नकद की जब्ती की सीबीआई जांच की मांग की। आज विरोध प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारियों ने नकली नोटों की टोकरियां सड़क पर रख दीं और मामले में बीजद की चुप्पी पर सवाल उठाया।
भाजपा ने नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजद सरकार पर शराब व्यापार में 50,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए घटना की विस्तृत सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने जब्त नकदी के स्वामित्व पर स्पष्टीकरण की भी मांग की और पूछा कि क्या पैसा शराब व्यापारियों या बीजद के पार्टी फंड का था।
भुवनेश्वर भाजपा इकाई के अध्यक्ष बाबू सिंह ने कहा कि यह विरोध नहीं है। यह ओडिशा के लोगों के लिए बीजद के बारे में सच्चाई जानने के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम है। वे हम पर 24 साल से शासन कर रहे हैं, लेकिन उनका दावा है कि उन्हें जब्त नकदी के बारे में कोई जानकारी नहीं है, जो आश्चर्यजनक है। इससे साफ साबित होता है कि सरकार शराब कारोबारियों के साथ मिली हुई है। वे अपने चुनावों के वित्तपोषण के लिए इस तरह की गलत कमाई और काले धन का इस्तेमाल करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि यह सिर्फ हिमशैल का सिरा है। ऐसे बहुत सारे अवैध धंधे चल रहे हैं, जिनके जरिए बीजद काला धन कमाती है और इसका इस्तेमाल अपने राजनीतिक लाभ और प्रचार के लिए करती है। इसलिए हम आज सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं और उन सभी मंत्रियों, विधायकों या सांसदों, या किसी अन्य राजनीतिक नेता को बेनकाब करने की मांग कर रहे हैं जो इस धोखाधड़ी में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह पैसा गरीबों का है। ऐसे पैसे हासिल करने के लिए वे सचमुच गरीबों का गला घोंट रहे हैं। इसलिए, सीबीआई की छापेमारी से ही इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश हो जाएगा।
एक अन्य भाजपा नेता, जगन्नाथ प्रधान ने कहा कि राज्य सरकार दावा करती है कि ओडिशा एक गरीब राज्य है। एक ही शराब कारोबारी के पास से इतनी बड़ी रकम बरामद हुई। कल्पना कीजिए कि कितना पैसा वसूला जा सकता है, क्योंकि सरकार ने पूरे ओडिशा में शराब बेचने की अनुमति दे दी है। हमें संदेह है कि यह राशि 50,000 करोड़ रुपये से भी ऊपर जाएगी। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच ही सच्चाई सामने लाएगी। इसलिए हम धरने पर बैठे हैं। हमने आचार्य विहार, मास्टर कैंटीन और अब कल्पना स्क्वायर में विरोध प्रदर्शन किया था। सच्चाई सामने आने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप मल्लिक ने कहा कि ओडिशा ‘माड़ुआ’ ओडिशा, ‘दादन’ ओडिशा और ‘काला टंका’ ओडिशा बनकर रह गया है। नवीन बाबू के शासन के कारण हमारा राज्य बदनाम हो रहा है। हालांकि भाजपा नेताओं द्वारा लगाए गए ऐसे आरोपों पर बीजद नेताओं की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली थी।