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चुनाव प्रबंधन के लिए साहु ब्रदर्स एंड कंपनी के पास रखे गये पैसे बीजद का तो नहीं – भाजपा
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राज्य सरकार मामले की सीबीआई जांच के दें निर्देश
भुवनेश्वर– ओडिशा को खनिज, चिट फंड के जरिये लंबा लूटा गया है । अब शराब व्यापारी भी ओडिशा को लूट रहे हैं। गत तीन दिनों से एक शराब ब्यापारी के यहां लगातार छापा मारा जा रहा है । इसमें अभी तक 5 सौ करोड रुपये से अधिक का पैसा जब्त किया जा चुका है । यह पैसा कैसे, कहां से आया। वार्षिक 120 करोड रुपये का व्यवसाय करने वाला साहू ब्रदर्स एंड कंपनी के पास किसी ओर का कालाधन तो नहीं है । क्या यह बीजद का पैसा तो नहीं है। आगामी चुनाव प्रबंधन के लिए बीजद ने इस कंपनी के पास रखा तो नहीं था । इसका उत्तर बीजद व राज्य सरकार को देना चाहिए । भाजपा प्रवक्ता मनोज महापात्र ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक संवादताता सम्मेलन में यह बात कही ।
उन्होंने कहा कि चुनाव के समय वोट हासिल करने के लिए बीजद पानी की तरह पैसा बहातार है तथा शराब विपुल मात्रा में बांटता है । ओडिशा विधानसभा को निर्धारित समय से पहले भंग कर चुनाव पहले करवाने के लिए बीजद ने रणनीति बनायी थी । लेकिन यह संभव नहीं हो पाया । इसलिए स्वाभविक रुप से प्रश्न आता है कि जब्द किये गये धनराशि क्या चुनाव के दौरान मतदाताओं को देकर वोट खरीदने की क्या तैयारी की गई थी ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार साहू ब्रदर्स एंड कंपनी के साथ बौद्ध, सोनपुर, टिटिलागढ, रायगडा से जो मंत्री हैं उनके साथ काफी घनिष्ठ संबंध हैं । वरगढ के एक पूर्व मंत्री के साथ भी कंपनी का काफी अच्छा संबंध हैं । इसलिए क्या यह पैसा चुनाव में इस्तमाल होने के लिए रखा गया था, यह संदेह बढ रहा है । साहू ब्रदर्स एंड कंपनी के साथ बीजद नेताओं के संबंध की पूरी जांच की जानी चाहिए । इसलिए राज्य सरकार इस मामले को सीबीआई जांच के लिए दे दें । मुख्यमंत्री यदि अपने आप को साफ सूथरा बताना चाहते हैं तो उन्हें मामले की जांच सीबीआई से करानी चाहिए ।