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कई कानूनी लक्षमण रेखाएँ लांघकर दीपक जेना ने किया श्रीमंदिर में प्रवेश
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जांच में हुआ खुलासा, पुलिस अधिकारी का पुरी पहुंचना ही था एक बड़ा अपराध
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स्टेशन छोड़ने के लिए न तो ली छुट्टी और न ही एसपी की दी थी जानकारी
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डीआईजी आशीष सिंह ने जांच के बाद किया खुलासा
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जाजपुर, कटक, खुर्दा जिलों के साथ-साथ कोरोना हॉट स्पॉट भुवनेश्वर को पार कर पहुंचे पुरी
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कोरोना प्रभावित क्षेत्रों से गुजने पर क्या क्वारेंटाइन में नहीं भेजे जायेंगे दीपक जेना
विष्णुदत्त दास, पुरी
जाजपुर जिला के बड़चणा थाना के निलंबित प्रभारी दीपक जेना को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. यदि डीआईजी आशीष सिंह की मानें तो पुरी पहुंचना ही दीपक जेना का सबसे बड़ा अपराध था. अपना स्टेशन छोड़ने के लिए उन्होंने न तो छुट्टी ली थी और न ही जिला पुलिस अधीक्षक को सूचित किया था. इतना ही नहीं, जांच में और जो तथ्य आये हैं, वह किसी भी धर्म के किसी भी भक्त के लिए शर्मशार करने वाले हैं. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि देश की रक्षा और सुरक्षा के लिए बने पुलिस महमके के दीपक जेना एक ऐसे अधिकारी हैं या हिस्सा हैं, जो चोरी के वाहन से भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु के शरण में पहुंचे थे. शायद इसी अपराध को भगवान क्षमा नहीं कर पाये.
जांच के दौरान पता चला है कि बड़चणा थाना के निलंबित प्रभारी दीपक कुमार जेना कल श्री मंदिर में दर्शन के लिए जिस गाड़ी में पहुंचे थे, वह गाड़ी चोरी की थी. गाड़ी का मालिक कटक जिला निवासी सुकांत दलई हैं. इन्होंने 21 मार्च को जाजपुर के बड़चणा थाना में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी कि 20 मार्च को एक बदमाश ने उनकी गाड़ी को लूट फरार हो गया है. यह शिकायत थाने में दीपक जेना के पास ही दर्ज करायी गयी थी. जांच-पड़ताल के बाद थाना प्रभारी दीपक जेना ने उस समय गाड़ी को बरामद कर लिया, लेकिन गाड़ी को मालिक सुकांत कुमार दलई को नहीं दिया और कहा कि लाकडाउन खत्म होने के बाद ही गाड़ी दी जायेगी. पुलिस के सामने सुकांत मजबूरन चुप रहे.
इसके बाद उस गाड़ी में गैरकानूनी तरीके से लालबत्ती लगाकर जाजपुर, कटक, खुर्दा जिलों के साथ-साथ कोरोना को लेकर हाट स्पाट बने भुवनेश्वर इलाका पार करते हुए उन्होंने पुरी में प्रवेश किया. पुरी में नाकाबंदी होने के बावजूद इनकी गाड़ी को किसी ने नहीं रोका. इस तरह वह पुरी में श्री मंदिर तक सिंहद्वार थाना की सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए पहुंचे. आरोप है कि सिंहद्वार थाना के प्रभारी ने भी उनको छूट दी ताकि आसानी से दक्षिण दरवाजे से वह श्री मंदिर में प्रवेश कर पाएं, लेकिन खबर लिखे जाने तक इनके खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गयी थी.
कोरोना प्रभावित क्षेत्रों से गुजने पर क्या क्वारेंटाइन में नहीं भेजे जायेंगे दीपक जेना
कोरोना को लेकर चहुंओर सतर्कता बरती जा रही है. आज जाजपुर में भी पांच कोरोना मरीज पाये गये हैं, कटक में भी एक मरीज पाजिटिव है और राज्य की राजधानी भुवनेश्वर हॉट स्पॉट बना हुआ है. इन सभी शहरों को पार कर पुरी पहुंचने वाले अधिकारी को अब तक इस दृष्टि कोण से क्यों नहीं देखा गया. क्या कोरोना की दृष्टिकोण को देखते हुए दीपक जेना को क्वारेंटाइन में नहीं भेजा जाना चाहिए.