Home / Odisha / ओडिशा में एक दिसंबर से कांग्रेस करेगी तुलसी यात्रा

ओडिशा में एक दिसंबर से कांग्रेस करेगी तुलसी यात्रा

  • पुरी के श्रीमंदिर के चार द्वारों खोलने व अन्य मांगों को लेकर शरत पटनायक ने कि आंदोलन का ऐलान

भुवनेश्वर। ओडिशा में विभिन्न मांगों को लेकर कांग्रेस एक दिसंबर से तुलसी यात्रा आयोजित करेगी। एक तरह से यह आंदोलन होगा। बताया जाता है कि पुरी के श्रीमंदिर के चारों द्वार भक्तों के लिए खोलने व अन्य मांगों को कांग्रेस लगातार उठा रही है तथा आंदोलन कर रही है। इसके बाद भी सरकार मांगों को पूरा नहीं कर रही है। इस कारण अगले चरण के आंदोलन के तहत कांग्रेस आगामी पहली दिसंबर से तुलसी यात्रा शुरु करेगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शरत पटनायक ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि राज्य के सभी प्रखंडों व शहरों में आम लोगों और महाप्रभु श्री जगन्नाथ के भक्तों से तुलसी संग्रह किया जाएगा। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के तत्वावधान में नगर व प्रखंड कमेटी के अध्यक्ष व टीम के जरिये तुलसी संग्रह किया जाएगा। इसके बाद एक दिसंबर तक संग्रहित तुलसी को भुवनेश्वर स्थित कांग्रेस मुख्यालय लाया जाएगा। एक दिसंबर को पूरे राज्य से संग्रहित तुलसी लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता शोभायात्रा में पुरी जाएंगे तथा प्रभु श्रीजगन्नाथजी को तुलसी अर्पण करेंगे।

उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक सरकार भक्त व भगवान के बीच दीवार के तौर पर खड़ी है। पुरी के श्रीमंदिर में चारों द्वारों को खोलना, रत्नभंडार को खालना व मरम्मत करना, वेदांत परियोजना के लिए ली गयी श्रीजगन्नाथजी व किसानों की जमीन को वापस लौटाना आदि मांगों को लेकर गत 16 अक्टूबर को पुरी में कांग्रेस ने एक विशाल रैली की थी। रैली के बाद राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन मंदिर के मुख्य प्रशासक को सौंपा गया था। इसमें कहा गया था कि 29 अक्टूबर तक मांगें पूरी न होने की स्थिति में फिर से आंदोलन किया जाएगा। सरकार द्वारा इन मांगों को पूरा न किये जाने के कारण कांग्रेस ने 9 नवंबर से संकीर्तन सत्याग्रह का आयोजन किया था। इसके बावजूद भी मांगें नहीं मानी गई। इस कारण आगामी 1 सितंबर से तुलसी यात्रा का आयोजन किया जाएगा।

कांग्रेस की तुलसी यात्रा का नहीं होगा असर – बीजद

कांग्रेस की तुलसी यात्रा पर बीजू जनता दल के विधानसभा में मुख्य सचेतक प्रशांत मुदुली ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पुरी के श्रीमंदिर के चारों द्वारों व रत्नभंडार खोले जाने तथा अन्य मांगों को लेकर आगामी पहली दिसंबर को प्रस्तावित तुलसी यात्रा का किसी प्रकार का असर नहीं होगा। मुदुली ने कहा कि विपक्षी पार्टियां तुलसी यात्रा निकालें या फिर प्रखंड व पंचायतों का घेराव करें, लोगों के मन को छूना चाहिए। लोगों की मानसिकता इससे प्रभावित होने पर ही उन्हें इसका लाभ मिल सकता है, लेकिन मुख्यंमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में बीजद सरकार हमेशा से ही विकास को प्राथमिकता दी है। ओडिशा विकास में निरंतर आगे बढ़ रहा है। इस कारण लोग बीजद सरकार के कार्यों से प्रभावित हैं। विपक्ष की इस तरह की यात्रा व घेराव से किसी प्रकार का लाभ उन्हें नहीं मिलेगा।

Share this news

About admin

Check Also

ओडिशा सरकार का ग्रामीण विकास पर फोकस

 कनेक्टिविटी मजबूत करने को बनेगी 500 किमी आपदा-रोधी ग्रामीण सड़कें  1,000 करोड़ की लागत से …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *