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वार्ड स्तर के कार्यकर्ता जनता को बताएंगे नवीन पटनायक सरकार की उपलब्धियां
भुवनेश्वर। ‘घरे घर शंख’ कार्यक्रम और ‘जनसंपर्क पदयात्रा’ के बाद सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) परिवार संपर्क अभियान शुरू करने जा रही है। सत्तारूढ़ दल ने इस नई ‘परिवार संपर्क’ पहल के माध्यम से अपने पदयात्रा अभियान का विस्तार करने का निर्णय लिया है।
हालांकि, विपक्षी दलों ने 2 अक्टूबर को शुरू किए गए पदयात्रा अभियान की प्रभावशीलता पर संदेह व्यक्त किया। इस नए अभियान के तहत पार्टी कथित तौर पर राज्य भर में प्रत्येक परिवार पर ध्यान केंद्रित करेगी और अपने वार्ड स्तर के कार्यकर्ताओं को नवीन पटनायक सरकार की उपलब्धियों को बता करके परिवारों के साथ बातचीत करने का निर्देश देगी।
अभियान के बारे में वरिष्ठ बीजद नेता देवी मिश्र ने कहा कि प्रत्येक वार्ड में वार्ड समितियां पहले से ही मौजूद हैं। वार्ड के परिवार लगातार पार्टी नेताओं के संपर्क में हैं। अब ध्यान उन तक पहुंचने और नवीन पटनायक सरकार के विभिन्न कल्याणकारी उपायों के बारे में उनसे बातचीत करने पर है।
विपक्षी नेताओं ने उठाए सवाल
विपक्षी नेताओं ने बीजद के नए अभियान पर सवाल उठाए हैं और आश्चर्य जताया है कि क्या पदयात्रा का उल्टा असर हुआ है, जिसके लिए परिवार संपर्क कार्यक्रम शुरू किया गया था। पदयात्रा के दौरान कई जगहों पर विवाद देखने को मिला था। सोरो के राजनगर से शुरू होकर ब्रह्मगिरि तक पदयात्रा के दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच व्यापक दरारें देखने को मिली और दरार खुलकर सामने आ गई। पार्टी के भीतर प्रतिद्वंद्वी समूहों द्वारा समानांतर पदयात्राएं आयोजित की गईं। विपक्षी नेताओं को संदेह है कि बीजद नई मुहिम शुरू कर अपनी गुटबाजी को छुपाने की कोशिश कर रही है। सोरो निर्वाचन क्षेत्र में विधायक परशुराम ढाडा के नेतृत्व में एक समूह और पार्टी के उपाध्यक्ष अशोक नायक के नेतृत्व में दूसरे समूह ने अलग-अलग पदयात्राएं निकाली थीं। केंद्रापड़ा के राजनगर क्षेत्र में भी स्थिति अलग नहीं थी, जहां एक समूह का नेतृत्व विधायक ध्रुबा साहू कर रहे थे और दूसरे का नेतृत्व जिला परिषद उपाध्यक्ष अशोक पढियारी कर रहे थे। ब्रह्मगिरी में दो गुटों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इससे लोगों में गलत संदेश गया कि लगातार छठी बार सत्ता में आने का दावा कर रही सत्ताधारी पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है।
इस तरह के अप्रिय घटनाक्रम के बाद पार्टी नेतृत्व चिंतित है जबकि जमीनी स्तर के कार्यकर्ता भ्रमित बताए जा रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने गंभीर संदेह जताया
कांग्रेस नेता गणेश्वर बेहरा ने बीजद पदयात्रा की सफलता पर गंभीर संदेह जताया कि बीजद ने गांधी जयंती पर जो पदयात्रा शुरू की थी, वह शायद अपेक्षित परिणाम देने में विफल रही है। उनके नेता डरे हुए हैं। उन्हें लगता है कि वे अब जिन परिवारों तक पहुंचने का लक्ष्य बना रहे हैं वे उनसे बहुत दूर हैं।
भाजपा ने किया कटाक्ष
भाजपा नेता पृथ्वीराज हरिचंदन ने सत्तारूढ़ दल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि लोग अब बीजद नेता को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। लोग पार्टी से पूछ रहे हैं कि उन्होंने पिछले 23 साल में क्या किया है। पार्टी में गुटबाजी इस हद तक बढ़ गई है कि पार्टी के शीर्ष नेता खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। पदयात्रा के दौरान गुटबाजी उजागर हो गई।