भुवनेश्वर। नवीन पटनायक सरकार राज्य के लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है। पीपीपी मोड में पांच अस्पताल स्थापित करने के मामले में दो ऐसे संस्थाओं के साथ राज्य सरकार ने समझौता किया है, जिनका स्वास्थ्य के क्षेत्र में किसी प्रकार का अनुभव नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनिल बिश्वाल ने ये बातें कहीं।
बिश्वाल ने कहा कि राज्य सरकार ने दो दिन पूर्व पीपीपी मोड में पांच अस्पताल स्थापित करने के लिए पांच संस्थाओं के साथ समझौता किया है। आश्चर्य की बात यह है की इन पांच में से दो संस्था ऐसे हैं, जिनमें स्वास्थ्य के क्षेत्र में किसी प्रकार का अनुभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि अस्पताल स्थापित करने के लिए राज्य सरकार ने कंप्यूटर सेवा उपलब्ध कराने वाले कंपनी के साथ समझौता किया है। साथ ही एक इंजीनियरिंग कालेज के साथ भी सरकार ने करार किया है। उन्होंने कहा कि ये दो संस्थाएं कभी भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य नहीं किया है। उनका चिकित्सालय चलाने की बात तो दूर क्लिनिक चलाने का भी अनुभव उनके पास नहीं है।
बिश्वाल ने कहा कि किन परिस्थितियों में इन संस्थाओं को चयन किया गया, यह बड़ा सवाल है। इसमें व्यापक भ्रष्टाचार की बू आ रही है। उन्होंने कहा कि इन कार्पोरेट संस्थाओं को सरकार निःशुल्क जमीन देने के साथ-साथ पांच सो करोड़ रुपये अस्पताल निर्माण के लिए देंगे। यदि सरकार इतनी राशि खर्च करेगी तो फिर स्वयं इसका मालिक क्यों नहीं बनेगी। पीपीपी मोड के नाम पर सरकारी पैसे से निजी कंपनियां क्यों लाभान्वित होंगे। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह 5-टी है।
बिश्वाल ने कहा कि इस मामले में चय़न का आधार क्या है। क्या इस संबंध में विधिवत टेंडर हुआ है। इन प्रश्नों का उत्तर मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को देना होगा। राज्य सरकार गैरकानूनी रुप से कार्य करने के साथ-साथ राज्य के लोगों के जीवन के साथ खेल रही है।
tweet Follow @@IndoAsianTimes