-
अब भुवनेश्वर आरएमआरसी में होगा दैनिक एक हजार नमूनों का परीक्षण
-
कोरोना परीक्षण के लिए एमकेसीजी मेडिकल कालेज व अस्पताल को मिली अनुमति
-
राज्य सरकार ने की अधिक अनुदान की मांग
भुवनेश्वर. कोविद-19 के मुकाबले के लिए 4 हजार टेस्टिंग कीट व अन्य उपकरण मुंबई से लाया गया। मुंबई से स्पेशल एयर कार्गो के जरिये इसे लाया गया है। राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा ट्वीट कर यह जानकारी दी गई है। इससे राज्य में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सहायता मिलने की बात इस ट्वीट में कही गई है।
कोविद-19 के परीक्षण की क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार ने निर्णय किया है। इसी क्रम में भुवनेश्वर के आरएमआरसी में अत्याधुनिक कोबास मशीन की स्थापना की गई है। इसके साथ इसमें अब प्रतिदिन एक हजार तक नमूनों के परीक्षण हो सकेंगे। राज्य सरकार के प्रवक्ता सुब्रत बाग्ची ने यह जानकारी दी।
ब्रह्मपुर स्थित एमकेसीजी मेडिकल कालेज व अस्पताल में अब कोविद-19 का परीक्षण हो सकेगा। इसके लिए इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च ने अनुमति प्रदान की है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा ट्विट कर यह जानकारी दी गई है। आगामी 13 अप्रैल से यहां पर परीक्षण शुरू होगा तथा दैनिक यहां 25 नमूनों का परीक्षण किया जा सकेगा। परीक्षण की अनुमति प्राप्त करने वाला यह ओडिशा का दूसरा सरकारी मेडिकल कालेज व अस्पताल है। इससे पहले कटक के एससीबी मेडिकल कालेज व अस्पताल को परीक्षण के लिए अनुमति दी गई थी। इसके साथ ही राज्य में आरएमआरसी व एम्स तथा एससीबी के साथ एमकेसीजी भी जुड़ गया है।
कोरोना मुकाबले के लिए ओडिशा सरकार ने केन्द्र सरकार से अधिक धनराशि की मांग की है। साथ ही डाक्टरों की सुरक्षा के लिए पांच लाख पीपीई तथा रोग प्रतिरोधक विटामिन, सी 95 मास्क तथा सैनिटाइजर प्रदान करने की मांग की है। शुक्रवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा हर्षवर्धन के साथ वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के जरिये चर्चा के दौरान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नवकिशोर दास ने यह मांग की।