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कहा-कॉलेज के छात्र-छात्राओं को लाकर सभा करना किस प्रकार की जनसुनवाई
भुवनेश्वर। गुरुवार को शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष जय नारायण मिश्र ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। शून्यकाल में मिश्र ने कहा कि मुख्यमंत्री को विधानसभा में अनेक मामलों में सवाल किया गया है तथा सदन में बयान देने के लिए मांग की गई है, लेकिन वह सदन में बयान नहीं देते थे, लेकिन पिछले दो बार ऐसा हुआ है कि बिना मांग किये ही वह विधानसभा में बयान दे रहे हैं।
मिश्र ने कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि 5-टी सचिव जनसुनवाई कर रहे हैं, लेकिन महाविद्यालयों के बच्चों को यूनिफॉर्म में बसों में भरकर लाना व सभा करना किस प्रकार की जनसुवाई है।
उन्होंने कहा कि हमने हेलीकॉप्टर का हिसाब नहीं मांगा था, लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि हेलीकॉप्टर के बाबत 40 करोड़ रुपये की राशि खर्च हुई है, लेकिन इन कार्यक्रमों के लिए टेंट लगाने तथा चेयर डालने के लिए जो राशि खर्च हुई है, उसका हिसाब मुख्यमंत्री दें। इन कार्यक्रमों के आयोजित करने में राज्य के लोगों का पैसा सुरक्षा के लिए कितना खर्च हुआ है, उसका हिसाब भी मुख्यमंत्री दें।
मिश्र ने कहा कि पाल्लहड़ा के विधायक के विवाह में जाना व तालचेर के विधायक के पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 5-टी सचिव ने सरकारी हेलीकेप्टर का इस्तेमाल किया है। यह क्यों हुआ है। इसका उत्तर मुख्यमंत्री को देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा कि समय की बचत के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया। कटक व खुर्दा भुवनेश्वर से कितना दूर है। उसके लिए भी हेलीकॉप्टर का क्यों इस्तेमाल किया गया।
उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर मंत्री प्रदीप आमत के नाम पर बुक किया गया है। कटक जाने के लिए 5-टी सचिव ने उनके नाम पर बुक हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल क्यों किया, इसका उत्तर देना चाहिए।
उन्हेंने पूछा एक व्यक्ति ही मुख्यमंत्री कार्यालय है। शिकायतों को सुनने के लिए राज्य सरकार पास अनेक व्यवस्था है। इसके बावजूद एक ही व्यक्ति सारी शिकायतें सुनेगा, तो फिर हम इतने सफेद हाथियों को वेतन क्यों दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने यहां सरकार को लिज पर दे दिया है।