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सदन में बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने पर किया विरोध प्रदर्शन
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वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरसिंह मिश्र ने किया समर्थन
भुवनेश्वर। गोपालपुर के विधायक प्रदीप पाणिग्राही ने मानसून सत्र के पांचवें दिन आज ओडिशा विधानसभा में धरना दिया। कथित तौर पर सदन में बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने पर उन्होंने धरना देकर अपना विरोध प्रदर्शित किया।
विधायक पाणिग्राही ने कहा कि उन्हें बोलने की अनुमति नहीं मिल रही है। इस कारण उन्होंने सदन में आसन के नीचे प्रदर्शन किया। खबर है कि इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरसिंह मिश्र ने भी पाणिग्राही का समर्थन किया और मांग की कि गोपालपुर के विधायक को बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
इस बीच विधानसभा अध्यक्ष द्वारा ऐसा करने का अनुरोध करने के बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त कर दिया।
पाणिग्राही ने कहा कि मैंने अध्यक्ष से मुझे बोलने की अनुमति देने का अनुरोध किया। अध्यक्ष की गतिविधियों से मुझे पता चला कि उन्होंने स्वेच्छा से मुझे बोलने की अनुमति नहीं दी। मैं जानना चाहता हूं कि सरकार किस आधार पर मुझे अपने अधिकार का उपयोग करने से रोक सकती है।
उल्लेखनीय है कि पार्टी से निकाले जाने के बाद से विधायक और सत्तारूढ़ बीजद के बीच किसी न किसी मुद्दे पर विवाद चल रहा है। पिछले महीने कुछ बीजद कार्यकर्ताओं ने गंजाम जिले के लांजीपल्ली फ्लाईओवर के पास गोपालपुर विधायक के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया था। उस समय वह कनिशी जा रहे थे, जहां 5-टी सचिव एक कार्यक्रम में भाग ले रहे थे।
उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजद के कुछ गुंडे उनकी गाड़ी पर चढ़ गए और उन पर हमला कर दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। पाणिग्राही ने पूछा था कि आप एक निजी सचिव की सुरक्षा के लिए 4000 मजबूत पुलिस बल और एक जनप्रतिनिधि के लिए बिल्कुल भी सुरक्षा न होने को कैसे उचित ठहरा सकते हैं? उसी दिन 5-टी सचिव ने विधायक का नाम लिये बिना उनकी आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि कोविद के दौरान एक जनप्रतिनिधि ने मुख्यमंत्री को फोन किया और कहा कि हमें बाहर रहने वाले गंजाम के लोगों की वापसी की अनुमति नहीं देनी चाहिए, क्योंकि इससे जिले में कोविद की स्थिति खराब हो जाएगी। हमें पहले जीवित रहना चाहिए और फिर दूसरों के बारे में सोचना चाहिए। इससे मुख्यमंत्री नाराज हो गए थे और हमसे बाहर से निवासियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने को कहा।