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– विपक्ष को जन विरोधी बोलने पर भाजपा ने की माफी मांगने की मांग
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हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही स्थगित
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और नेताप्रति पक्ष जय नारायण मिश्र के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस दी गई है। इस कारण आज विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ, जिससे कार्यवाही नहीं चल सकी।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खिलाफ भाजपा ने आज विशेषाधिकार हनन की नोटिस दी है। आज प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद प्रतिपक्ष के मुख्य सचेतक मोहन माझी ने कहा कि गत 25 सितंबर को विधानसभा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने ओर से बयान दिया। हमने उनसे किसी प्रकार का बयान देने की मांग नहीं की थी। इसके बावजूद उन्होंने अपने ओर से बयान दिया। कई बार ऐसा हुआ है कि विपक्ष द्वारा मुख्यमंत्री से बयान देने की मांग किये जाने के बाद भी वह बयान नहीं देते हैं, लेकिन इस बार बिना बयान की मांग के उन्होंने स्वयं से बयान दिया। इससे स्पष्ट है कि वह 5-टी सचिव को बचाने के प्रयासों में लगे हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने इस बयान में विरोधी दलों के विधायकों को जनविरोधी बताया। उन्होंने इसे घोर आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री इस बयान के लिए सदन में माफी मांगें तथा इस शब्द को सदन की कार्यवाही से हटाया जाए।
इधर, राज्य के संसदीय मामलों के मंत्री निरंजन पुजारी ने नेता प्रतिपक्ष जय नारायण मिश्र के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस दी है।
आज शून्यकाल में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खिलाफ विपक्ष के नेता जय नारायण मिश्र द्वारा आरोप लगाये जाने के बाद संसदीय मामलों के मंत्री निरंजन पुजारी ने कहा कि बिना किसी प्रमाण के विपक्ष के नेता ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है। ऐसा कर उन्होंने पॉलिटिकल गिमिक की है। यह पूर्ण रुप से विधि से बाहर का कार्य है। इसलिए इस मामले में वह विशेषाधिकार हनन की नोटिस ला रहे हैं। उन्होंने जो आरोप लगाया है कि उसे कार्यवाही से बाहर किया जाए।
इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में खूब हंगामा हुआ। भाजपा के विधायकों ने इसे लेकर नारेबाजी की। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 12.07 से चार बजे तक स्थगित करने की घोषणा की।