भुवनेश्वर। विधानसभा में विधायक अपने-अपने इलाकों की समस्याओं से जुड़े सवालों को पूछते हैं। प्रश्नकाल में सभी विधायकों को सवाल करने का अधिकार है, लेकिन भाजपा विधायकों के सवालों को नहीं लिया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। विपक्ष के मुख्य सचेतक मोहन माझी ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों के सवालों के उत्तर में ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि सोमवार को भाजपा विधायक मुकेश महालिंग, नाउरी नायक के सवालों को रिजेक्ट कर दिया गया। आज भी मुकेश महालिंग, नाउरी नायक व नित्यानंद गोंड के सवालों को रिजेक्ट किया गया है। यदि रिजेक्ट किया जाता है तो पांच दिनों के अंदर इसका कारण बताया जाता है, लेकिन यहां पर इस विधि का पालन नहीं किया जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष राज्य सरकार के दबाव में है। इस कारण ऐसी बातें हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि कि मुख्यमंत्री बिना सवाल किये ही विधानसभा में बयान दे रहे हैं। मंत्री बड़ा है, या फिर सचिव। इस विषय पर हमारा सवाल था। लेकिन मुख्यमंत्री ने सचिव के केवल विमान खर्च के बारे में बताया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस कारण इसका प्रतिवाद करने के लिए हम काले बैज पहन कर सदन में आये हैं। यदि हम सवाल ही नहीं पूछ सकते तो फिर प्रश्नकाल में हम क्यों रहें।