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मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा आयोजित समीक्षा बैठक में लिया गया निर्णय
भुवनेश्वर। ओडिशा में पान की खेती और किआ फूल की खेती करने वाले किसानों को राज्य सरकार द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा आयोजित समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश के अनुसार 5-टी सचिव वीके पांडियन ने पुरी व गंजाम जिले का दौरा किया था और इस दौरान उन्हें पान व किआ फुल की खेती करने वाले किसानों से कुछ शिकायतें प्राप्त हुई थीं। इन शिकायतों के निपटारे के लिए आज मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक जरुरी समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में 5-टी सचिव के साथ-साथ राज्य के विकास आयुक्त तथा अतिरिक्त मुख्य सचिव अनु गर्ग, कृषि विभाग के सचिव अरविंद पाढ़ी, सहकारिता विभाग के सचिव अरविंद अग्रवाल व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार पान की खेती करने वाले किसानों को राज्य योजना मे शामिल कर उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान किया जाएगा। कम से कम 2 सौ वर्ग मीटर परिधि में पान की खेती करने वाले किसान इस सहायता के लिए योग्य होंगे। कृषि विभाग द्वारा इस संबंध में शीघ्र नियमावली तैयार की जाएगी।
पान की खेती करवने वाले किसानों को इसके प्रबंधन के लिए प्रति यूनिट 25 सौ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। एक किसान को सर्वाधिक दो यूनिट तक सहायता प्रदान की जाएगी। पान की खेती के लिए किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये बिना ब्याज के एक लाख रुपये तक का ऋण प्रदान करने के लिए जागरुक किया जाएगा। पान के पत्तों के व्यवसाय में जीएसटी लागू किये जाने के सबंध में जीएसटी आयुक्त से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। पान के पत्तों के प्रसंस्करण वाली यूनिटों को मुख्यमंत्री कृषि उद्योग योजना में सब्सिडी प्रदान की जाएगी। एपिकल की ओर से इस संबंध में डीपीआर तैयार किया जा रहा है।
इसी तरह गंजाम जिले के किआ फुल किसानों को भी राष्ट्रीय उद्यान कृषि अधीन में प्रोत्साहन दिया जाएगा। उद्यान कृषि मिशन की सहायता के साथ-साथ राज्य बजट में किआ फुल खेती के लिए अतिरिक्त सहायता प्रदान किया जाएगा।