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ओडिशा में विकाय कार्यों की दी जानकारी
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विप्र फाउण्डेशन ने द्रौपदी मुर्मू के ससुराल पहाड़पुर के विकास की जिम्मेदारी ली
भुवनेश्वर। हाल ही में अखिल भारतीय विप्र फाउण्डेशन का एक प्रतिनिधिमण्डल नई दिल्ली राष्ट्रपति भवन जाकर भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार मुलाकात की और उन्हें अपने विप्र फाउण्डेशन के अनेकानेक सेवा प्रकल्पों आदि की जानकारी दी। गौरतलब है कि विप्र फाउण्डेशन की ओर से भगवान परशुराम की भारत की सबसे बड़ी और दिव्य मूर्ति के निर्माण का कार्य अरुणाचल प्रदेश में युद्धस्तर पर चल रहा है। वहीं राजस्थान, जयपुर में सेंटर फॉर एक्सलेंस एण्ड रिसर्च श्री परशुराम ज्ञानपीठ का भी निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। इसी प्रकार विप्र फाउण्डेशन पूरे भारत में अनेकानेक सेवा प्रकल्प चला रहा है। प्रतिनिधिमण्डल के विप्र फाउण्डेशन के संरक्षक ओडिशा के जगदीश मिश्र ने यह जानकारी दी कि विप्र फाउण्डेशन महामहिम राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू के पैतृक गांव ऊपरबेड़ा तथा उनकी ससुराल पहाड़पुर के सर्वांगीण विकास आदि की जिम्मेदारी भी अपने ऊपर ली है, जिसमें उनकी ससुराल में तैयार चावल आदि की खरीदारी तथा विक्री आदि का काम भी विप्र फाउण्डेशन संभाल रहा है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि ओडिशा का महेन्द्रगिरि पर्वत एक ऐसा पर्वत है, जहां पर भगवान परशुराम ने कभी तपस्या की थी। उस तपोस्थली को विप्र फाउण्डेशन विकसित कर रहा है। महेन्द्रगिरि के भगवान परशुराम की छोटी मूर्ति को हटाकर वहां पर बड़ी मूर्ति लगाने तथा उस सुरम्य प्राकृतिक परिवेश में एक परशुराम विश्रामालय निर्माण का कार्य आदि भी फाउण्डेशन कर रहा है। महामहिम द्रौपदी मुर्मू ने प्रतिनिधिमण्डल को हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमण्डल में डॉ सुनिल शर्मा, महेश शर्मा, गजानंद शर्मा, कमल शर्मा आदि शामिल थे।