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हीराकुद के 26 गेटों से छोड़ा जा रहा है पानी
भुवनेश्वर। ओडिशा में लगातार बारिश के कारण निचले इलाके जलमग्न होने के बावजूद ओडिशा में बाढ़ की संभावना नहीं है। ओडिशा सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार को स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य में बाढ़ की कोई स्थिति नहीं है।
हालांकि बांकी, बौध और अन्य हिस्सों सहित कई निचले इलाके अब लगातार बारिश के कारण जलमग्न हो गए हैं। अभियंता प्रमुख भक्त रंजन मोहंती ने कहा कि हीराकुद बांध अधिकारियों ने अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए आज चार और तारीखें खोलीं हैं। इसके साथ ही अब हीराकुद जलाशय के 26 द्वारों से अतिरिक्त बाढ़ का पानी छोड़ा जा रहा है।
हीराकुंड बांध के अधिकारियों ने आगे और गेट खोलने से इनकार किया है। हीराकुद बांध के मुख्य अभियंता आनंद साहू ने कहा कि पानी के प्रवाह के कारण, हमने हीराकुड के और चार द्वार खोलने का फैसला किया है, लेकिन चूंकि अधिक प्रवाह की कोई संभावना नहीं है, इसलिए हम अभी 26 गेट खुले रखेंगे। जल संसाधन विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ भक्त रंजन मोहंती ने कहा कि हीराकुद में प्रवाह 4.50 लाख क्यूसेक है और 26 द्वारों के माध्यम से बहिर्वाह लगभग 4.55 लाख क्यूसेक है। मुंडाली में लगभग 7 लाख क्यूसेक बाढ़ का पानी बह रहा है।
मोहंती के अनुसार, छत्तीसगढ़ में महानदी के निचले और ऊपरी इलाकों में भारी वर्षा की गतिविधियों के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा कि हम हीराकुद के गेटों को ऊपरी प्रवाह के अनुसार संचालित कर रहे हैं। फिलहाल ओडिशा में बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। कुल मिलाकर प्रबंधन अच्छा है। हम सभी चीजों की निगरानी कर रहे हैं और एसआरसी के साथ समन्वय में काम कर रहे हैं।