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नुआखाई त्योहार के दूसरे दिन चुनाव कराने का भाजपा और कांग्रेस ने किया विरोध
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कहा-ओडिशा का सबसे बड़ा त्योहार दो दिन मनाया जाता है
भुवनेश्वर। ओडिशा में विपक्षी दल भाजपा और कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है। 21 सितंबर को ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होना है। भाजपा के नेता और रेंगाली विधायक नौरी नायक ने आज चुनाव के बहिष्कार की घोषणा की। कांग्रेस पहले ही स्पीकर के चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान कर चुकी है।
एक संवाददाता सम्मेलन में नायक ने कहा कि नुआखाई त्योहार के एक दिन बाद पश्चिमी ओडिशा के विधायकों के लिए ओडिशा विधानसभा में पहुंचना संभव नहीं है, क्योंकि उत्सव अगले दिन भी जारी रहता है। हालांकि हमने चुनाव की तारीख में बदलाव की मांग की थी, लेकिन सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। इससे पश्चिमी ओडिशा के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 5-टी सचिव सहित नौकरशाहों द्वारा चलाई जा रही है। उन्हें नुआखाई और पश्चिमी ओडिशा के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयनारायण मिश्र और ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल ने फैसला किया है कि हम मतदान का बहिष्कार करेंगे।
इससे पहले कल कांग्रेस नेता और बलांगीर विधायक नरसिंह मिश्र ने घोषणा की थी कि पार्टी स्पीकर चुनाव का बहिष्कार करेगी। उन्होंने कहा कि नुआखाई ओडिशा का सबसे बड़ा त्योहार है। यह दो दिनों तक मनाया जाता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य सरकार ने त्योहार के अगले दिन 21 सितंबर को चुनाव निर्धारित किया है। यह क्षेत्र का अपमान है। राज्य सरकार ने पश्चिमी ओडिशा के प्रति सौतेला रवैया दिखाया है।
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