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दिव्यांग प्रमाणपत्र नहीं होने के कारण नहीं मिल रही हैं सुविधाएं
बालेश्वर। जिले के नीलगिरि ब्लॉक अंतर्गत चांदीपुर गांव का एक दिव्यांग विजय सिंह अपने भत्ते की मंजूरी पाने के लिए दर-दर भटक रहा है। यहां तक कि वह अपने भत्ते के आवेदन पर अमल करने के लिए ट्रॉली पर सवार होकर अपने घर से 7 किमी दूर नीलगिरि के ब्लॉक कार्यालय भी गए। बताया जाता है कि कुछ साल पहले सिंह के साथ एक दुर्घटना हुई थी, जिससे वह दिव्यांग हो गए थे। तब से वह सरकार से भत्ते की मांग को लेकर दर-दर भटक रहे हैं। शुक्रवार को वह ट्रॉली रिक्शा पर सवार होकर अपनी शिकायत रखने के लिए नीलगिरि में बीडीओ से मिलने गए। नीलगिरि के बीडीओ राहुल मंडल ने कहा कि उनका भत्ता इसलिए स्वीकृत नहीं किया जा सका, क्योंकि उनके पास दिव्यांग होने का प्रमाण पत्र नहीं है।
मंडल ने कहा कि हमने उनसे सीडीएमओ से मेडिकल सर्टिफिकेट लाने को कहा है। वह दो महीने और इंतजार भी कर सकता है, जिसके बाद हम उसे अपने शिविर में प्रमाणपत्र प्रदान कर सकते हैं और हम सात दिनों में दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल वितरित करेंगे।