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कहा- ब्लाकमैल कर रहे हैं सौम्यरंजन पटनायक
भुवनेश्वर। बीजद के वरिष्ठ नेता तथा विधायक अरुण साहू द्वारा अपनी ही पार्टी के विधायक तथा ओड़िया अखबार के संपादक सौम्यरंजन पटनायक पर हमला बोले जाने के एक दिन बाद राज्य सरकार के मंत्री अतनु सव्यसाची नायक ने भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सौम्यरंजन पटनायक ब्लैकमेलिंग कर रहे हैं।
अतनु ने कहा कि सौम्यरंजन जिस तरह से बयान दे रहे हैं, वह पार्टी विरोधी गतिविधियों के तहत आता है। वह पार्टी को व मुख्यमंत्री कार्यालय को निशाना बनाकर बार-बार लिख रहे हैं। यह स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य के आम लोग इसे स्वीकार नहीं करेंगे। पार्टी में रहकर बीजद विधायक सौम्यरंजन ब्लैकमेलिंग करने का प्रय़ास कर रहे हैं। ब्लैकमेलिंग को हथियार बनाकर सौम्यरंजन पटनायक लक्ष्य पर पहुंच नहीं सकते।
अतनु ने कहा कि सौम्यरंजन पटनायक क्या हैं और उन्होंने कितनी बार पार्टी बदला है, यह राज्य की जनता जानती है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्यमंत्री के कार्यालय ने पूरे प्रदेश का दौरा किया और लोगों की शिकायतें सुनकर उनका निराकरण किया। इसमें क्या समस्या है।
नायक ने कहा कि खंडापड़ा विधायक पार्टी विरोधी बयान दे रहे हैं और वे उन पर उल्टा असर करेंगे। उन्होंने कहा कि वह जो लिख रहे हैं या कह रहे हैं, उसे हम कभी स्वीकार नहीं करेंगे। यदि किसी शिलाखंड पर पत्थर फेंका जाता है, तो शिला वापस उछालेगी और फेंकने वाले से टकराएगी। सौम्यबाबू के साथ भी यही होगा। मुझे नहीं पता कि पार्टी के अध्यक्ष कब और क्या कदम उठाएंगे, लेकिन पार्टी के एक आम संतरी के तौर पर मैं कहूंगा कि पार्टी को ब्लैकमेल करना स्वीकार्य नहीं है।
गौरतलब है कि अरुण साहू ने गुरुवार को पटनायक पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह पिछले कुछ महीनों से भ्रमित हैं और मंत्री बनने में नाकाम रहने के बाद बीजद के खिलाफ ये सब बातें कह रहे हैं।
नयागढ़ विधायक पर पलटवार करते हुए पटनायक ने कहा कि मेरे संपादकीय में मैंने लिखा था, आत्मविभोर प्रशासक और असहाय राजनेता (जुबिलेंट प्रशासक और असहाय राजनेता) और पूर्व मंत्री और वर्तमान नयागढ़ विधायक ने मेरे लेख को साबित कर दिया है। अरुणबाबू के पूरे भाषण ने एक असहाय राजनेता का प्रमाण दिया है।
उल्लेखनीय है कि बीजद के वरिष्ठ नेता सौम्यरंजन पटनायक अपने लेखों में सत्तारूढ़ सरकार और 5टी सचिव के दौरों पर कटाक्ष करते रहे हैं।
पटनायक ने सवाल किया था कि जब लोगों की शिकायतें सुनने के लिए हर जिले में कलेक्टरों की नियुक्ति की गई है, तो 5-टी सचिव के हेलीकॉप्टर से राज्य के विभिन्न हिस्सों के दौरे पर इतना पैसा क्यों खर्च किया जाता है। उन्होंने अनुमान लगाया कि 5-टी सचिव की यात्रा पर लगभग 300 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
पटनायक के इस बात का समर्थन करते हुए भाजपा नेता जयनारायण मिश्र ने कहा कि वह जो मुद्दे उठा रहे हैं, वे उचित हैं। उन्होंने कहा कि 5-टी सचिव के सभी जिलों के दौरे पर खर्च किया गया पैसा चंद्रयान-3 पर खर्च किए गए पैसे के बराबर है, जो चिंता का विषय है और लोगों को सभा स्थलों पर लाने के लिए अनौपचारिक रूप से दिए गए पैसे की भी जांच की जानी चाहिए और पांडियन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। सौम्यबाबू द्वारा अपनी पार्टी को ब्लैकमेल करने से ओडिशा के लोगों का कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन सौम्यबाबू ने पांडियन की यात्रा पर खर्च किए गए पैसे के बारे में क्या कहा है, इस पर पार्टी को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
इधर, सौम्यरंजन पटनायक ने अरुण साहू और अतनु सब्यसाची नायक का नाम लिये बिना उनकी खिंचाई की। पटनायक ने कहा कि उनके पास शब्दों की कमी है, यही कारण है कि वे बार-बार एक ही शब्द ‘ब्लैकमेलिंग’ का उपयोग कर रहे हैं। मैं उनकी बातों का जवाब देकर उनका महत्व नहीं बढ़ाना चाहता। मुझे नहीं लगता, वे ये बातें अपने आप कह रहे हैं। मुझे लगता है कि कोई उन पर ऐसा कहने के लिए दबाव डाल रहा है। उनके पास उनकी बात मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि वे अपनी कमाई का स्रोत खो देंगे। उन्होंने कहा कि जिसने अपना मंत्री पद खो दिया है, उसने मंत्री पद के बारे में कहा है और दूसरा अपना मंत्री पद खोने के डर से ऐसा बोल रहा है। वे इतने असहाय हैं कि वे वही कहने को बाध्य हैं जो उन्हें कहने के लिए कहा गया है। पटनायक ने कहा कि मैं जो बोल रहा हूं वह पार्टी के हित के लिए है। मैं बीजद और राज्य की भलाई के लिए बोल रहा हूं। जब उनसे पूछा गया कि वह पार्टी क्यों बदल रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि फैसला बदलना एक सामान्य प्रक्रिया है। साथ ही उन्होंने बताया कि नवीनबाबू हर 15 दिन में अपने फैसले बदल रहे हैं। 2019 में उन्होंने कहा था कि पार्टी केंद्र का विरोध करेगी, लेकिन चुनाव के समय क्या हुआ? परिस्थितियों के अनुसार निर्णय बदलते हैं और यह एक सामान्य प्रक्रिया है।
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