भुवनेश्वर – किसानों द्वारा कम कीमतों पर धान की बिक्री करने के लिए मजबूर होने तथा किसानों के धान खरीद के लिए टोकन सिस्टम को बंद करने की मांग को लेकर विपक्षी विधायकों के हंगामे के कारण ओडिशा विधानसभा का प्रथमार्ध का बैठक बार-बार बाधित हुआ। हंगामे के कारण प्रश्नकाल व बाद में शून्यकाल का कार्यक्रम भी नहीं हो सका। हंगामे के कारण व विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने सदन को 10:31 से 11:30 तक व बाद में 11.31 से 12.30 बजे तक स्थगित कर दिया। गुरुवार को विधानसभा की कार्यवाही अपने निर्धारित समय 10:30 बजे प्रारम्भ हुई। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल का कार्यक्रम शुरू करना चाहा। तभी कांग्रेस विधायकों कहर किसानों का मुद्दा उठस्ट हुए नारेबाजी की। कांग्रेस विधयक तारा प्रसाद वाहिनिपति ने कहा कि किसानों से धान की खरीद न होने के कारण वे कम मूल्य पर अपनी उपज बेचने के लिए मजबूर है। किसान सड़कों पर है, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। किसानों से टोकन सिस्टम में धान की खरीद बंद की जाए । विधानसभा अध्यक्ष ने उनकी बात की अनसुनी करते हुए उत्तर देने के लिए परिवहन मंत्री पद्मनाभ बेहेरा को बुलाया। कांग्रेस विधायकों ने इसके बाद सदन के बीच में आकर हंगामा किया एवं नारेबाजी की। हंगामा बढ़ते देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को 11:30 तक स्थगित कर दिया। 11.30 बजे जब विधानसभा की कार्यवाही दोबारा शुरु हुई तो भाजपा व कांग्रेस समेत माकपा के विधायकों ने भी हंगामा किया। भाजपा विधायक जय नारायण मिश्र ने किसानों की हितों की सुरक्षा की जाए। किसानों से उचित मूल्य पर ध्यान खरीदने की मांग को लेकर नारेबाजी की। भाजपा, कांग्रेस व सीपीएम विधायक सदन के बीच में आकर नारेबाजी की। इसके बाद कुछ सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के टेबल पर चढ़ने का प्रयास किया। विधानसभा के सुरक्षाकर्मचारियों ने उन्हें रोका। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने 11.31 से सदन को 12.30 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की।
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