-
पढ़ाई के समय बाहर जाने की अनुमति देने पर हेड मास्टर और शिक्षकों पर गिरी गाज
-
जिला शिक्षा अधिकारी ने किया निलंबित
नुआपड़ा। जिले के बूढ़ापड़ा अपग्रेडेड हाई स्कूल के तीसरी कक्षा के एक छात्र की डूबने से मौत हो जाने के बाद नुआपड़ा के बोडेन ब्लॉक के अंतर्गत बूढ़ापड़ा गांव में तनाव व्याप्त हो गया है। मृतक की पहचान उसी गांव के रुद्र माधव जगत और सविता जगत के पुत्र केशव जगत के रूप में की गई है।
जानकारी के मुताबिक, स्कूल की छुट्टी के दौरान केशव और कुछ दोस्त सोमवार को नहाने के लिए पास की नहर में गए थे। जब केशव डूबने लगा, तो उसके दोस्तों ने हेड मास्टर राजेंद्र जोशी को सूचित किया, जो अन्य छात्रों के साथ मौके पर पहुंचे। हालांकि केशव को बचा लिया गया और इलाज के लिए खरियार अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना से आक्रोशित केशव के माता-पिता और स्थानीय लोगों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हेड मास्टर और अन्य शिक्षकों को स्कूल कार्यालय में बंद कर दिया। उन्होंने स्कूल अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए खरियार-बोडेन रोड को भी अवरुद्ध कर दिया। इस घटना की सूचना मिलने पर बोडेन पुलिस और तहसीलदार स्कूल पहुंचे और उत्तेजित स्थानीय लोगों को समझाने की कोशिश की। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि हेड मास्टर ने केशव को खुद बचाने के बजाय अन्य छात्रों को उसे नहर से बचाने का निर्देश दिया, जिसके परिणामस्वरूप देरी हुई और बच्चे की मौत हो गई। इस मामले में
हेडमास्टर और तीन अन्य शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में हेड मास्टर राजेंद्र जोशी और सहायक शिक्षक किशोर साहू, हिंगुला माझी और लोचन बेहरा को निलंबित कर दिया है।
नुआपाड़ा जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) करुणाकर भुए ने कहा कि हमने कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में चार शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। विद्यार्थियों को पढ़ाई समय विद्यालय से बाहर घूमने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। नए शिक्षकों को जल्द ही स्कूल में तैनात किया जाएगा।