भुवनेश्वर। ओडिशा एसटीएफ ने रविवार को धोखाधड़ी के मामले के कथित मास्टरमाइंड कान्हू चरण प्रधान को गिरफ्तार कर लिया है। उनके करीबी सहयोगी किशोर मिश्रा और कुछ अन्य को पहले गिरफ्तार किया गया था। प्रधान टांगी, खुर्दा का रहने वाला है, लेकिन भुवनेश्वर में रह रहा था। वह ग्रेजुएट है और पहले शराब की दुकान चलाता था।
इस संबंध में सबसे पहले इस साल 25 अप्रैल को कोरापुट टाउन थाने में मामला दर्ज किया गया था। बाद में जांच का जिम्मा एसटीएफ ने अपने हाथ में ले लिया। कान्हू के खिलाफ राज्य के विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं।
उसके कब्जे से महंगे मोबाइल फोन, जाली सरकारी अधिसूचनाएं, आदेश और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए हैं। प्रधान थाईलैंड भाग गया था और हाल ही में ओडिशा लौटा है। संदेह है कि इस समूह ने कुछ अखबारों में नौकरी के कुछ फर्जी विज्ञापन प्रकाशित किये थे। बताया गया है कि यह समूह आरटीआई कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले लोगों को धोखा देता था, उगाही करता था और लोगों को यह भी बेवकूफ बनाता था कि उनकी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निकटता है और वे उन्हें स्टोन क्रशर लाइसेंस, शराब लाइसेंस, ट्रांसफर, पोस्टिंग आदि दिलवा सकते हैं। यह भी देखा गया कि यह समूह कुछ पुराने बैंक खातों का उपयोग करता है, जिनमें मृत व्यक्तियों के खाते भी शामिल हैं।
वे किसी वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के रूप में अपना नंबर सेव करके लोगों को बरगलाते थे और जब लोग इसे ‘ट्रूकॉलर’ ऐप पर सत्यापित करते हैं तो वे उन्हें असली मानकर भरोसा करने लगते हैं। मामले की आगे की जांच जारी है।