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संयुक्त निदेशक एमएसएमई का राज्य को टॉप-5 पर लाने का आह्वान
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ओडिशा में स्टार्ट उद्यमियों को योजना के तहत 14,558 करोड़ का मिला कुल लोन
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बैंकों से अधिक से अधिक योजना का लाभ देने का आह्वान
भुवनेश्वर। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्माल इंटरप्राइजेज (सीजीटीएमएसई) का लाभ देने में ओडिशा 11वें पायदान पर है। इस योजना के तहत राज्य में स्टार्टअप उद्यमियों को 14,558 करोड़ रुपये बतौर लोन प्रदान किया गया है। 31 मार्च 2023 तक यह ऋण राज्य के 2,74,865 उद्यमियों को दिया गया है। इसके साथ ही देशभर में इस अवधि के दौरान 70,25,480 उद्यमियों के बीच 4,17,665 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं। देश में ओडिशा का कुल शेयर प्रतिशत 3.91 फीसद है।
यह जानकारी आज यहां राजधानी में एमएसएमई-डीएफओ कटक, एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आयोजित क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में दी गई। इस कार्यक्रम का आयोजन सेंट्रल टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर (सीटीटीसी) में किया गया था।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन पीके गुप्ता आईईडीएस, संयुक्त निदेशक एवं कार्यालय प्रमुख, एमएसएमई-डीएफओ, कटक ने किया। कार्यक्रम में एमएसएमई-डीएफओ अधिकारियों के अलावा 79 संभावित व मौजूदा एमएसएमई उद्यमियों, 30 बैंक अधिकारियों और 06 गणमान्य व्यक्तियों और मेहमानों सहित कुल 115 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
उद्घाटन सत्र के दौरान नीतिशा मान, आईईएस, एमएसएमई-डीएफओ, कटक ने प्रतिभागियों और मेहमानों का स्वागत किया और कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में भी जानकारी दी। इसके बाद एसएन कर, वरिष्ठ प्रबंधक, सीटीटीसी, भुवनेश्वर, एसी अग्रवाल, अग्रणी जिला प्रबंधक एवं पीके गुप्ता, आईईडीएस ने इस अवसर पर बात की और प्रतिभागियों से कार्यक्रम का लाभ उठाने और अपने सपनों की एमएसएमई परियोजनाओं के साथ बैंकों के साथ बातचीत करने का आग्रह किया।
इस दौरान गुप्ता ने इस योजना का लाभ पहुंचाने के मामले में ओडिशा को टॉप-5 पर लाने का आह्वान किया। उन्होंने अधिकारियों और बैंकों से अधिक से अधिक लाभ उद्यमियों को दिलाकर इस लक्ष्य को हासिल करने का निर्देश दिया।
उल्लेखनीय है कि एक आंकड़े के मुताबिक, देश में एमएसएमई के लिए कुल ऋण आवंटन लक्ष्य और आवंटन के बीच लगभग 25 लाख करोड़ रुपये का अंतर है। गुप्ता के बाद सुश्री ऋचा चौधरी, सहायक प्रबंधक, सीजीटीएमएसई, मुंबई ने एमएसएमई क्षेत्र के ऋणों के लिए 5 करोड़ रुपये तक उपलब्ध क्रेडिट गारंटी योजना और उसके तौर-तरीकों को विस्तार से प्रस्तुत किया। इस दौरान बताया गया कि एसबीआई, यूको बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक, इंडियन बैंक, केनरा बैंक, पीएनबी, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक जैसे 10 बैंकों के अधिकारी एमएसएमई क्षेत्र के वित्तपोषण में अपनी भूमिका निभाते हैं। इस कार्यक्रम के दौरान एचडीएफसी बैंक, एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा ने क्रमशः 11 उद्यमियों को लगभग 3 करोड़ रुपये की राशि के एमएसएमई ऋण का स्वीकृति पत्र जारी किया। उद्घाटन सत्र के बाद प्रतिभागियों और बैंकरों के बीच एक खुला इंटरैक्टिव सत्र हुआ और संभावित/मौजूदा उद्यमियों और संबंधित परियोजनाओं वाले बैंकरों के बीच डेस्क पर चर्चा हुई। इस मौके पर डीसी मिश्रा, सुबास कुमार साहू, संदीप कुमार, शिवानंद नायक, ए. मोदी (एमएसएमई-डीएफओ, कटक के सभी सहायक निदेशक) ने बैंक अधिकारियों और एमएसएमई उद्यमियों के बीच संपर्क में सुविधा प्रदान करने वाली भूमिकाएं प्रदान की हैं। कार्यक्रम के अंत में नितिशा मान ने धन्यवाद ज्ञापित किया।