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दो-तीन सालों में दो करोड़ अधिक रुपये बैंक खाते में हुआ क्रेडिट
भुवनेश्वर। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने शुक्रवार को धोखाधड़ी और गलत पहचान के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उसने खुद को आरटीआई कार्यकर्ता होने का दावा किया था। आरोपी की पहचान किशोर कुमार मिश्र के रूप में हुई है।
आरोपी के पास से एसटीएफ ने ओडिशा सरकार के आई एंड पीआर विभाग की फर्जी आईडी भी बरामद की है। किशोर के बैंक खातों में पिछले 2 से 3 वर्षों में कई थोक जमा सहित 2 करोड़ रुपये से अधिक का क्रेडिट हुआ है।
25 अप्रैल, 2023 को कोरापुट टाउन पुलिस स्टेशन में दर्ज एक शिकायत के आधार पर किशोर को गिरफ्तार किया गया था। बाद में एसटीएफ ने मामले को अपने हाथ में ले लिया।
वरिष्ठ एसटीएफ अधिकारियों ने कहा कि आरोपी अंग्रेजी सहित कई भाषाओं पर अच्छी पकड़ के साथ राजनीति विज्ञान में एमए है। वह ब्रह्मपुर का रहने वाला है, लेकिन पिछले कई वर्षों से कोरापुट में रह रहा था।
एसटीएफ ने यह जानकारी एक विज्ञप्ति में देते हुए कहा कि किशोर खुद को आरटीआई कार्यकर्ता होने का दावा करके लोगों को धोखा देता था, उगाही करता था और लोगों को बेवकूफ भी बनाता था कि उसकी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नजदीकियां हैं और वह उन्हें क्रशर लाइसेंस, शराब लाइसेंस, ट्रांसफर, पोस्टिंग दिला सकता है।
शुरुआती जांच में पता चला कि किशोर छद्मवेश के जरिए धोखाधड़ी करने वाले एक बड़े समूह का सदस्य है। समूह धोखाधड़ी में मृत व्यक्तियों के कुछ खातों सहित कुछ महत्वपूर्ण बैंक खातों का उपयोग करता है। एसटीएफ अधिकारियों ने कहा कि घटना के संबंध में आगे की जांच जारी है।
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