-
सवाई मानसिंह स्टेडियम में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह, मुख्यमंत्री ने ईआरसीपी को लेकर की बड़ी घोषणाएं
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वतंत्रता दिवस पर अमर शहीदों को नमन किया। उन्होंने प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की रहनुमाई में अहिंसा के पथ पर आगे बढ़कर देश ने अपना मजबूत लोकतंत्र कायम रखा है। अब इसकी रक्षा करना हम सभी की बड़ी जिम्मेदारी है। भारतीय संविधान के अनुरूप राज्य सरकार प्रदेश में सामाजिक, आर्थिक समानता को बढ़ावा देने और आमजन के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
गहलोत मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस-2023 के अवसर पर जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राज्यस्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि राज्य की जनहितैषी योजनाओं से हर व्यक्ति लाभान्वित हो रहा है। महंगाई से प्रदेशवासियों को आजादी मिली है। अब हमारा लक्ष्य वर्ष 2030 तक प्रदेश को देश का अग्रणी और सर्वोत्तम राज्य बनाना है। इसमें समाज के सभी वर्गों का योगदान बेहद जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार का स्वाधीनता दिवस राजस्थान के लिए एक नई उम्मीद वाला दिन है। हम सभी 17 नए जिलों के निर्माण के साथ 50 जिलों के राज्य के रूप में पावन दिवस मना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा के लिए राजस्थान देश में मॉडल स्टेट बन गया है। प्रदेश अब राजस्थान न्यूनतम आय गारंटी एक्ट के साथ हर परिवार की न्यूनतम आय तय करने, गिग वर्कर्स वेलफेयर एक्ट व फंड बनाने और ओपीएस पुनः लागू करने वाला भी एकमात्र राज्य बन गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी योजनाओं की देश में सराहना हो रही है। इनमें स्वास्थ्य का अधिकार, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, निरोगी राजस्थान योजना, राजस्थान न्यूनतम आय गारंटी कानून (महात्मा गांधी नरेगा और इंदिरा गांधी रोजगार गारंटी योजना में 125 दिन रोजगार की गारंटी), लगभग एक करोड़ लोगों को न्यूनतम 1000 रुपये प्रतिमाह सामाजिक सुरक्षा पेंशन दिए जाने की सराहना हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में आरटीआई, आरटीई, महात्मा गांधी नरेगा, खाद्य सुरक्षा एक्ट लागू कर देशवासियों को एक समान अधिकार दिए गए। उसी तरह अब प्रधानमंत्री को भी राइट टू सोशल सिक्योरिटी कानून बनाना चाहिए। गहलोत ने किसानों को अनाज, तिलहन, दलहन, चना, बाजरा, सरसों उत्पादन और पशुपालकों को दूध एवं ऊन उत्पादन में राज्य को देश में प्रथम बनाने के लिए बधाई दी।
गहलोत ने कहा कि बालिकाओं एवं महिलाओं का मान-सम्मान बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। इसलिए उनसे छेड़छाड़, दुर्व्यवहार करने वाले मनचलों का पुलिस थानों में हिस्ट्रीशीटर की तरह रिकॉर्ड रखा जाएगा। उन्हें सरकारी नौकरियों से वंचित करने के लिए नियमों में बदलाव कर रहे है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्य हित में बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि जयपुर के रामगढ़ बांध को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के तहत ईसरदा बांध से भरा जाएगा। इस पर 1250 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे आंधी, जमवारामगढ़, आमेर, जालसू, गोविंदगढ़, शाहपुरा, विराटनगर, पावटा, कोटपूतली, थानागाजी एवं बानसूर के लिए पेयजल योजना बनाई जा सकेगी।
वहीं तेरह जिलों के लिए महत्वपूर्ण ईआरसीपी की डीपीआर में वंचित रहे बांधों को जोड़ेंगे। इससे दौसा, सवाई माधोपुर, करौली, भरतपुर एवं अलवर के 53 बांधों को ईआरसीपी से जोड़कर भरा जाएगा। इससे ईआरसीपी परियोजना की लागत 1665 करोड़ रुपये बढ़ेगी और 11 लाख किसान लाभान्वित होंगे।
इसके अलावा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) परिवारों के साथ-साथ जिन नॉन-एनएफएसए परिवारों को कोविड में आर्थिक सहायता मिली थी, उन्हें भी अन्नपूर्णा राशन किट योजना में निःशुल्क राशन किट उपलब्ध कराए जाएंगे। चिरंजीवी जीवन रक्षक योजना में सड़क दुर्घटना में घायलों को सही समय पर अस्पताल पहुंचाने वालों को 5000 रुपये एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। अब यह राशि बढ़ाकर 10,000 रुपये दिए जाएंगे।
सीएम ने कहा कि इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना में प्रथम चरण में 40 लाख बालिकाओं व महिलाओं को स्मार्टफोन दिए जा रहे हैं। अगले चरण में करीब 1 करोड़ स्मार्टफोन देने की गारंटी के लिए 20 अगस्त से गारंटी कार्ड दिए जाएंगे। इन्हें दिखाकर महिलाएं स्मार्टफोन निःशुल्क ले सकेंगी। इसके साथ ही कांस्टेबल से लेकर पुलिस महानिदेशक स्तर तक सभी पुलिसकर्मियों को राजस्थान पुलिस के गठन के 75 वर्ष पूर्ण होने का विशेष “राजस्थान पुलिस पंचसती मेडल“ दिया जाएगा और पुलिस विभाग में अभी कांस्टेबल से लेकर निरीक्षक तक के पदों पर पदोन्नति की व्यवस्था परीक्षा के माध्यम से की जाती है। अब बदलाव कर इन पदों तक की पदोन्नति समयबद्ध डीपीसी के माध्यम से होगी।
गहलोत ने कहा कि प्रदेश का हर नागरिक मतदान अवश्य कर प्रदेश की प्रगति में अहम भूमिका निभाए। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि उन्होंने राष्ट्र और मानवता के जो सपने देखे हैं, उन्हें कृतसंकल्पित होकर पूरा करें। सरकार युवाओं की भावनाओं के अनुरूप कार्य कर रही है।
इस अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों, लोक कलाकारों ने लोकगीतों, नृत्य, बैंड वादन के जरिए देशभक्ति और लोक संस्कृति की छटा बिखेरी। अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा, मुख्य सचिव उषा शर्मा सहित विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी सहित गणमान्यजन उपस्थित रहे।