भुवनेश्वर – कालिया योजना में अयोग्य लाभार्थियों के संबंध में विधानसभा में गलत जानकारी देने के आरोप में कांग्रेस विधायक मोहम्मद मोकिम ने राज्य के कृषि मंत्री अरुण साहू के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस दी है । इसी तरह कांग्रेस विधायक संतोष सिंह सालुजा ने भी बलांगीर व तुरेईकला प्रखंड में सिंचाई की सुविधा के संबंध में पूछे गये सवाल पर भिन्न-भिन्न जानकारी प्रदान करने का आरोप लगा कर जल संसाधन मंत्री रघुनंदन दास के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस दी है।
मोहम्मद मोकिम ने विधानसभा में कहा कि विधायक अश्विनी पात्र के एक सवाल के उत्तर में कृषि मंत्री अरुण साहू ने बताया कि कालिया योजना में राज्य के 45,965 अयोग्य लाभार्थियों शामिल हैं, लेकिन जिला कृषि अधिकारियों से प्राप्त तथ्य इससे भिन्न है । उन्होंने कहा कि सूचना अधिकार कानून के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार केवल दस ही जिलों में अयोग्य लाभार्थियों की संख्या 1 लाख 72 हजार से अधिक है । यह तथ्य भी सरकार ने ही उपलब्ध कराया है । उन्होंने कहा कि इसक मतलब यह है कि कोई झूठ बोल रहा है । कृषि विभाग के मंत्री अरुण साहू ने सदन को गलत जानकारी दी है । इसलिए उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस लायी जा रही है । इसी तरह कांग्रेस विधायक संतोष सिंह सालुजा ने कहा कि बलांगीर व तुरेईकला प्रखंड में सिचाई की सुविधा के संबंध में पूछे गये सवाल पर भिन्न-भिन्न जानकारी प्रदान की गयी है । उन्होंने कहा कि गत 14 नवंबर को उन्होंने दो अलग-अलग प्रश्न इस संबंध में पूछा था । दोनों में अलग-अलग उत्तर दिये गये हैं । इस कारण वह जल संसाधन मंत्री के खिलाफ वह विशेषाधिकार हनन की नोटिस ला रहे हैं ।
भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस
कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने भाजपा के प्रवक्ता गोलक महापात्र के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस दी है। मिश्र का कहना है कि शंकराचार्य के मुद्दे पर उनके बयान को भाजपा प्रवक्ता ने गलत रुप से उद्धृत किया है। प्रश्नकाल का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने श्री मिश्र को बोलने की अनुमति दी । मिश्र ने कहा कि शंकराचार्य के संबंध में जो उन्होनें कहा था. भाजपा प्रवक्ता ने गलत तरीके से उद्धृत किया है । इस कारण उनका विशेषाधाकार का हनन हुआ है । विधानसभा अध्यक्ष सूर्य़ नारायण पात्र ने कहा कि श्री मिश्र का इस संबंध में नोटिस उन्हें प्राप्त हुई है । वह इसका अध्ययन करने के बाद वह इस बारे में निर्णय लेगें ।