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रात में दिया धरना प्रदर्शन, कोचिंग नहीं जाने के प्रतिबंध को वापस लेने की मांग
ब्रह्मपुर। खलीकोट विश्वविद्यालय की छात्राओं ने नए छात्रावास अधीक्षक के कार्यभार संभालने के तुरंत बाद शुरू किए गए नियमों में बदलाव को लेकर विरोध जताया है। बताया जाता है कि इस नियम के अनुसार, कोई भी छात्र बाहर कोचिंग का विकल्प नहीं चुन सकता है। सभी छात्रों को शाम 6 बजे तक छात्रावास लौट आना होगा। यह नियम झानी रानी छात्रावास में लागू किया गया है। इसके छात्राओं ने नियमों का विरोध करते हुए शनिवार रात को धरना दिया। उन्होंने कहा कि नए अधीक्षक हाल ही में नियुक्त हुए हैं और जो नियम पिछले 10 वर्षों से नहीं बदले गए थे, अब बदल दिए गए हैं। हमें कोई समस्या नहीं थी, लेकिन चूंकि हमें कोचिंग सेंटरों में न जाने के लिए कहा गया था, इसलिए हम इस तरह के फैसले के खिलाफ हैं। अगर हमें विश्वविद्यालय में बेहतर शिक्षण सुविधाएं मिलतीं, तो हमें कोचिंग कक्षाओं में जाने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता।
एक अन्य छात्रा ने कहा कि अधिकारियों को कोचिंग जाने और शाम 6:30 बजे तक कैंपस लौटने की इजाजत देनी चाहिए। इसके अलावा छात्रों का आरोप है कि हॉस्टल में उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जो भोजन उपलब्ध कराया जाता है, उसकी गुणवत्ता ख़राब है। छात्रावास में उचित स्वच्छता और मरम्मत कार्यों का भी अभाव है। शौचालयों की हालत बेहद खराब है। एक अन्य छात्र ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
इस बीच, छात्रों द्वारा लगाए गए आरोपों पर अधीक्षक और विश्वविद्यालय अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका।