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कई जिलों में सड़कें पानी में डूबीं, आवागमन बाधित
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बैतरनी, बंसधारा, नागबली और जलाका नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान को पार कर गई
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अनुगूल में पूल टूटा, केंदुझर में 208 घर बाढ़ के पानी में ढह गए
भुवनेश्वर। डिप डिप्रेशन के दबाव में पिछले कुछ दिनों हो रही मूसलाधार बारिश ने ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है, जिससे कई स्थानों पर भूस्खलन और जलभराव हो गया है। नदियां उफानाई हैं। बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी हो गया है।
जाजपुर और केंदुझर जिले में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई, वहीं बरगढ़ में तीन तथा कलाहांडी में छह लोग घायल हो गए। अनुगूल में पुल टूटा है, जबकि बौध समेत कई शहरों में सड़कें डूबी होने से आवागमन बाधित है और बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है, जबकि पुल बह गए हैं और कई स्थानों पर शैक्षणिक संस्थान बंद हो गए हैं। बैतरनी, बंसधारा, नागबली और जलाका नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान को पार कर गई हैं।
पश्चिम और उत्तर ओडिशा में भारी बारिश
पिछले कुछ दिनों में विशेषकर पश्चिमी ओडिशा और उत्तरी ओडिशा में भारी बारिश हुई है। बरगढ़ जिले के बीजेपुर ब्लॉक में सबसे अधिक 185 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश की तीव्रता इतनी थी कि बीजेपुर अस्पताल में बारिश का पानी घुस गया, जिससे मरीजों को काफी परेशानी हुई। बूढ़ापाली स्थित भगवान शिव मंदिर में भी बारिश का पानी घुस गया।
बीजेपुर-बैराखपाली मार्ग पर दो फीट ऊपर पानी बहने से संचार व्यवस्था ठप हो गई है। लाउमुंडा में एक पेट्रोल पंप में पानी भर गया। बारिश के बाद एक दीवार गिरने से इलाके में तीन लोग घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनमें से एक की हालत बिगड़ने पर उसे बुर्ला अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। अधिक बारिश की संभावना के कारण आज जिले में स्कूल और कॉलेज बंद हैं।
खड़ियाला ब्लॉक में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित
नुआपड़ा जिले के खड़ियाला ब्लॉक में लगातार बारिश के कारण सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जहां खड़ियाला में कल 72 मिमी बारिश हुई, वहीं बुधवार को सिनापल्ली और बोडेन ब्लॉक में क्रमशः 75 और 69 मिमी बारिश हुई। सिनापाली ब्लॉक में कंडापाड़ा पुल पर दो फीट से ऊपर पानी बह रहा है, जिससे सड़क संपर्क ठप हो गया है। सरगीमुंडा, खलिया भाटा और कालूसिरिया में कई नदियों और नहरों पर बने अन्य पुलों के ऊपर से भी पानी बह रहा है। सड़कों के दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं।
बैतरणी ने खतरे के निशान को पार किया
बैतरणी ने गुरुवार को भद्रक जिले के अखुआपड़ा में खतरे के निशान को पार कर लिया है। नदी में बाढ़ का पानी 17.83 मीटर की जगह 19.88 मीटर पर बह रहा है। नदी के उफनते पानी से क्षेत्र के कई धान के खेत जलमग्न हो गए हैं। इसके अलावा, भंडारीपोखरी ब्लॉक के सोलमापुर, रहनिया, मलाडा, नपंगा, कुरीगांव, बंडोला, मडियाली और झुटाना गांवों में पानी भर गया है।
भंडारीपोखरी जाजपुर से पूरी तरह कटा
इसी तरह, धामनगर ब्लॉक के डोबला, सोहदा, खादीपड़ा, आनंदपुर, कराड़ा, पधनी और अर्जुनपुर गांवों में पानी भर गया है। चूँकि बैतरणी उफान पर है, नदी में बाढ़ का पानी उसकी सहायक नदियों के माध्यम से भी बह रहा है। इससे भंडारीपोखरी जाजपुर से पूरी तरह कट गया है।
कोरेई ब्लॉक के अंतर्गत राणपुर, गोरापुर, मुकुंदपुर, बंडाला, मुलापाल के निवासी दहशत की स्थिति में हैं क्योंकि इलाकों में पानी भर गया है और बैतरणी में जलस्तर अभी भी बढ़ रहा है। बाढ़ से उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रखंड प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किये हैं।
बटरानी भी खतरे के निशान से ऊपर
केंदुझर जिले के आनंदपुर में बटरानी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। चूंकि ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में बारिश अभी भी जारी है इसलिए नदी में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। प्रखंड के गोविंदपुर, चापुंड़िया, समाना, कदमडीही गांव में पानी भर गया है। हातडीही प्रखंड के बराहीपुर के पास एना-समाना रोड पर पांच फीट से ऊपर पानी बह रहा है। राघवपुर, ऐतीपुर, नुआगांव और अमृतपुर गांव मुख्य भूमि से पूरी तरह कट गए हैं।
सहारापड़ा में सबसे अधिक 276.8 मिमी बारिश
केंदुझर जिले के सहारापाड़ा में सबसे अधिक 276.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जिले में जहां एक व्यक्ति की जान चली गई है, वहीं अब तक 208 घर बाढ़ के पानी में ढह गए हैं। जिले के 13 ब्लॉक, 72 ग्राम पंचायत और पांच नगर पालिकाओं के 25 वार्डों के कम से कम 2000 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। निचले इलाकों से 300 से ज्यादा लोगों को हटाया गया है।
15 जिलों में टीमें तैनात
बाढ़ की संभावना को देखते हुए ओडिशा के 15 जिलों, भद्रक, जाजपुर, संबलपुर, केंदुझर, मयूरभंज, अनुगूल, सोनपुर, बौध, कंधमाल, बालेश्वर, कटक, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा में 8 एनडीआरएफ टीमें, 13 ओड्राएफ टीमें और 23 अतिरिक्त अग्निशमन टीमें बचाव और राहत अभियान के लिए तैनात की गई हैं।
62 अग्निशमन और आपातकालीन सेवा टीमें तैनात
इसके साथ ही जिला प्रशासन की सहायता के लिए केंद्रापड़ा (10), कटक सदर (10), आठगढ़ (8), जगतसिंहपुर (9), खुर्दा (5), नयागढ़ (8) और पुरी (12) में नावों के साथ 62 अग्निशमन और आपातकालीन सेवा टीमों को भी तैनात किया है।
सिंहनाथ मंदिर और मां भट्टारिका पीठ जाने पर रोक
इस बीच महानदी में पानी के भारी प्रवाह को देखते हुए कटक जिले के बड़म्बा में सिंहनाथ मंदिर और मां भट्टारिका पीठ में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
कलाहांडी में छह घायल
लगातार बारिश के कारण कलाहांडी के जयपटना ब्लॉक के अंतर्गत बिमला गांव में एक घर ढह जाने से पांच बच्चों सहित कम से कम छह लोग घायल हो गए। बच्चे घर के पास खेल रहे थे, तभी मकान उनके ऊपर गिर गया। घायलों को इलाज के लिए जयपटना अस्पताल ले जाया गया। उनमें से एक घायल बच्चे की हालत गंभीर होने पर उसे बाद में भवानीपाटना अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
नागाबली नदी पर पुल का संपर्क मार्ग ढहा
रायगढ़ा में भारी बारिश के कारण कल्याणसिंहपुर में एक शिव मंदिर के पास नागाबली नदी पर बने पुल का संपर्क मार्ग ढह गया, जिससे आवागमन बाधित है।