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बैतरणी को छोड़कर राज्य की किसी भी अन्य नदी में बाढ़ का कोई खतरा नहीं
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वरिष्ठ अधिकारियों को जाजपुर और भद्रक में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने के लिए भेजा गया
भुवनेश्वर। डिप डिप्रेशन के कारण लगातार हो रही बारिश से ओडिशा की विभिन्न नदियों में जल स्तर बढ़ रहा है। राज्य जल संसाधन विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ भक्त रंजन मोहंती ने कहा कि हालांकि, बैतरणी को छोड़कर राज्य की किसी भी अन्य नदी में बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। वर्तमान में बौध के खैरामल में लगभग पांच लाख क्यूसेक पानी बह रहा है। कल सुबह 10 बजे तक लगभग छह लाख क्यूसेक बाढ़ का पानी मुंडाली पहुंच जाएगा।
जल संसाधन विभाग किसी भी तरह की स्थिति के लिए पूरी तरह सतर्क है। वरिष्ठ अधिकारियों को जाजपुर और भद्रक में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने के लिए भेजा गया है। बाढ़ का पानी आज शाम तक अखुआपड़ा में खतरे के स्तर के निशान को पार कर गया। इसलिए बैतरणी को छोड़कर ओडिशा की किसी भी नदी में बाढ़ का खतरा नहीं है। हालांकि महानदी में जल स्तर बढ़ेगा, लेकिन नदी में बाढ़ की कोई संभावना नहीं है।
गौरतलब है कि बैतरणी राजघाट पर खतरे के निशान को पार कर गई है। फिलहाल नदी का जलस्तर खतरे के निशान 36.36 मीटर के मुकाबले 39.14 मीटर पर है।
गजपति जिले में बंसधारा नदी भी उफान पर है और जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। काशीनगर के पास खतरे के निशान 54.60 मीटर के मुकाबले नदी का पानी 54.90 मीटर पर बह रहा है।
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