बारिपदा। मयूरभंज जिले के करंजिया डिवीजन के डुमुरिया गांव में हाथियों के झुंड पर आग के मसाल फेंकने के आरोप में वन विभाग के दो कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
ये कर्मचारी अनुबंध के आधार पर नियुक्त किए गए थे और दुधियानी रेंज के अंतर्गत तैनात थे। इनकी पहचान दीपक मुंडा और बापी माझी के रूप में की गई है।
गौरतलब है कि डुमुरिया गांव के ग्रामीण बुधवार को हाथियों के झुंड को भगाने का प्रयास कर रहे थे। फिर मुंडा और माझी ने कथित तौर पर झुंड पर आग के गोले फेंके।
घटना का वीडियो क्लिप विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया। हालांकि यह घटना बेहद संवेदनशील थी, लेकिन देशभर में इसकी निंदा की गई।
इसके बाद करंजिया डीएफओ ने घटना की जांच के आदेश दिए थे। बाद में मुंडा और माझी की पहचान उन व्यक्तियों के रूप में की गई, जिन्होंने हाथियों के झुंड पर आग की मसालें फेंकी थी। आज जांच के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
दुधियानी रेंज अधिकारी, प्रदीप प्रृस्टि ने कहा कि दीपक मुंडा और बापी माझी को झुंड को भगाने के लिए आग के गोले का इस्तेमाल करने का निर्देश नहीं दिया गया था। वन विभाग का कोई भी अधिकारी हाथियों को भगाने के लिए आग के गोले फेंकने को नहीं कहता, लेकिन जब झुंड भटककर गांव में घुस गया, तो वे डर गए और आग के गोले फेंकने के अलावा और कुछ नहीं सोच सके।