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कुछ जिलों के लिए नारंगी तो कुछ जिलों के लिए पीली चेतावनी जारी
भुवनेश्वर। उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के आसपास के तटों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके प्रभाव में ओडिशा में बारिश होने की संभावना है। यह जानकारी आज शनिवार को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने देते हुए कहा कि संबंधित चक्रवाती परिसंचरण ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकते हुए मध्य क्षोभमंडल स्तर तक भी फैला हुआ है। औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ अब श्रीगंगानगर, रोहतक, लखनऊ, गया, रांची से होकर गुजरती है, जो उत्तरी ओडिशा और आसपास के पश्चिम बंगाल तटों पर कम दबाव वाले क्षेत्र का केंद्र है और दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक जाती है।
दक्षिण गंगीय पश्चिम बंगाल बेसिन के उत्तरी ओडिशा की तरफ कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया है और इसके साथ आया चक्रवात वायुमंडल के 5.8 किमी तक फैल गया है।
इसके प्रभाव में 31 जुलाई तक ओडिशा के ढेंकानाल, अनुगूल, संबलपुर, सोनपुर, बौध, बलांगीर, कंधमाल जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। इन जिलों के लिए नारंगी चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केंदुझर, मयूरभंज, सुंदरगढ़, देवगढ़, झारसुगुड़ा, संबलपुर, बरगढ़, सोनपुर, कलाहांडी, कंधमाल, बौध, जाजपुर, केंद्रापड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, ढेंकानाल, अनुगूल और बलांगीर जिलों में जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए पीली चेतावनी जारी की है।