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पार्टी के अंदर विवाद शुरू
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पारादीप के विधायक ने जताई नाराजगी
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कहा- सरकार के मुख्य सचेतक ने नाम किया है शामिल
भुवनेश्वर। बीजू जनता दल ने गैंगस्टर टीटो के करीबी सहयोगी ज्योतिकांत परिडा को जगतसिंहपुर जिला इकाई का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। इस नियुक्त को लेकर सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) में अंदरूनी कलह एक बार फिर सामने आ गई है।
पारादीप विधायक संबित राउतराय ने जिले में शीर्ष पद के लिए आपराधिक मामलों वाले परिडा को शामिल किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की है। उनकी नाराजगी के बाद बीजद गुट के भीतर विवाद छिड़ गया है।
हालांकि बीजद हमेशा पारदर्शिता और अपराध के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति का पालन करने का दावा करती है, लेकिन इस नियुक्ति ने विवाद खड़ा कर दिया है।
जगतसिंहपुर जिले से ज्योतिकांत परिडा उर्फ बापू की पार्टी के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्ति पर अब पार्टी के भीतर सवाल उठाए जा रहे हैं।
पारादीप विधायक संबित राउतराय ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्होंने जिले से कई कार्यकर्ताओं के नामों की सिफारिश की थी, लेकिन कुछ उम्मीदवारों के नाम हटा दिए गए और परिडा का नाम शामिल किया गया। राउतराय ने दावा किया कि परिडा का नाम जगतसिंहपुर के पूर्व जिला अध्यक्ष और वर्तमान सरकार के मुख्य सचेतक प्रशांत मुदुली ने शामिल किया था। इस नियुक्ति के बारे में वही कुछ बता सकते हैं कि उन्होंने उन्होंने क्यों ऐसा किया।
उल्लेखनीय है कि परिडा के खिलाफ 20 से अधिक मामले दर्ज हैं, जिसे 2018 में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने भी गिरफ्तार किया था।
इधर, जगतसिंहपुर जिला युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष निरंजन नायक ने कहा कि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, ज्योतिकांत परिडा के खिलाफ कई आपराधिक मामले लंबित हैं। हम संगठन में उनके शामिल होने से आश्चर्यचकित हैं।
इस बीच, इस मामले पर परिडा और सरकार के मुख्य सचेतक प्रशांत मुदुली की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई थी।
विस्फोटक बयान के बाद राउतराय ने रुख बदला
पहली प्रतिक्रिया में मीडिया को विस्फोटक बयान देने के बाद राउतराय ने अपना रुख बदल दिया और बाद में कहा कि यह बीजद का आंतरिक मामला है और पार्टी आलाकमान इस पर फैसला करेगा।
बीजू जनता दल अपराधियों का बल – भाजपा
इधर, भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर बीजद पर हमला बोला है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री गोलक महापात्र ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बीजू जनता दल अपराधियों का दल है। बीजू जनता दल सरकार में अनेक मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले होने के कारण उन्हें मंत्रिमंडल से हटाया गाय है। अप्रत्यक्ष रुप से बीजू जनता दल इस बात को स्वीकार भी किया है। अब बीजद ने एक अपराधी को पार्टी के सांगठनिक जिम्मेदारी देकर इस बात को प्रमाणित कर दिया है। बीजद के अधिक विधायक व सांसदों का आपराधिक रिकार्ड होने के बात एडीआर रिपोर्ट में कही गई है। जो अधिक अपराध करता है, बीजद में उसे आगे बढ़ाया जाता है।