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रैकेट से जुड़े नौ सदस्य बालेश्वर में गिरफ्तार
बालेश्वर। बालेश्वर जिला पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय नौकरी धोखाधड़ी रैकेट का खुलासा करते हुए नौ लोगों को धर-दबोचा है। बताया जाता है कि रविवार को गिरफ्तार किए गए ये नौ आरोपी एक प्रमुख अंतर्राज्यीय नौकरी धोखाधड़ी रैकेट का हिस्सा हैं, जो विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के उम्मीदवारों को निशाना बनाते थे।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि गिरफ्तार किए गए नौ आरोपी ज्यादातर तीन राज्यों बिहार, आंध्र प्रदेश और ओडिशा से हैं।
बालेश्वर की पुलिस अधीक्षक सागरिका नाथ ने मीडिया को यह जानकारी देते हुए इनकी कार्यप्रणाली को भी बताया। नाथ ने कहा कि हमारे पास नौकरी में धोखाधड़ी की संभावना के बारे में खुफिया जानकारी थी और बाद में एक संयुक्त टास्क फोर्स का गठन किया गया और नौ आरोपियों को पकड़ लिया गया। हमने मौके से 88 आवेदकों को भी बचाया था।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त स्नातक स्तरीय (सीजीएल) परीक्षा से कुछ घंटे पहले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। हालांकि नाथ ने स्पष्ट किया कि कोई प्रश्नपत्र लीक नहीं हुआ।
गिरोह ऐसे होता था संचालित
बताया जाता है कि जब भी कोई बड़ी भर्ती परीक्षा होती थी, तो इस रैकेट के सदस्य अभ्यर्थियों से संपर्क करते थे और उन्हें आश्वासन देते थे कि वे प्रश्न पत्र उपलब्ध कराएंगे और उन्हें पिछली रात बसों में होटल ले जाएंगे। गिरोह अभ्यर्थियों से मूल प्रमाणपत्र ले लेता था। परीक्षा के प्रकार के आधार पर, गिरोह आवेदकों से 8 से 16 लाख रुपये तक के खाली चेक लेता था। यह गिरोह किसी अभ्यर्थी का नौकरी के लिए चयन होने के बाद उसके मूल प्रमाणपत्र वापस कर देता था। इसी तरह वे आवेदकों से एकत्र किए गए खाली चेक का उपयोग करके नकदी भी निकालते थे।
नकदी, चेक और 15 मोबाइल बरामद
बताया जाता है कि आवेदकों के मूल प्रमाण पत्र के साथ-साथ 22500 रुपये नकद, एक बस, तीन कारें, हस्ताक्षरित खाली चेक और 15 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। इन बसों और कारों का उपयोग युवाओं को होटल तक ले जाने में किया जाता था।
Posted by: Desk, Indo Asian Times